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हमारा शरीर किसी मशीन की तरह होता है. हालांकि, विधाता ने इसे दुनिया की सबसे कॉम्प्लेक्स मशीन के रूप में रचा है. ये मशीन इतनी विचित्र है कि हर इंसान के लिए ये अलग तरह से काम करती है. कई बार ऐसी कुछ घटनाएं घट जाती हैं, कि इंसानी शरीर के अनोखेपन को साबित कर देती हैं. महिलाओं के शरीर को ही ले लीजिए. 12-13 साल की उम्र में लड़कियों के माहवारी की शुरुआत हो जाती है. पर क्या आपने कभी सुना है कि किसी 5 दिन की बच्ची को पीरियड्स (Girl Gets Periods 5 Days After Birth) होने लगें? ऐसी एक घटना कुछ सालों पहले चीन में देखने को मिली थी. इस घटना का जिक्र आज भी सोशल मीडिया पर लोग करते मिल जाते हैं और इसके जरिए हम हर नए माता-पिता को जागरूक भी करना चाहते हैं, जिनकी बेटी है.
साल 2019 में चीन के जहेजिआंग प्रांत में तब खलबली मची, जब एक मां ने अपनी 5 दिन की बच्ची को अस्पताल में एडमिट करवाया. एडमिट करवाने की वजह ये थी कि इतनी छोटी बच्ची को पीरियड्स होने लगे थे. उसके शरीर से ब्लड निकलता देख मां इतनी ज्यादा डर गई थी कि वो दौड़े-दौड़े अस्पताल पहुंची और उसे भर्ती करवाया. डॉक्टर्स ने जब बच्ची का केस सुना, तो वो भी हैरान हुए, पर जब उन्होंने जांच की, तो पता चला कि ये खून बिल्कुल नॉर्मल है.
क्या है ये कंडीशन?
चलिए आपको बताते हैं कि खून के पीछे क्या कारण है. इस कंडीशन को Neonatal Menstruation कहते हैं. अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार प्रेग्नेंसी के आखिरी दिनों में भ्रूण के शरीर में महिलाओं के शरीर में पाया जाने वाला हॉर्मोन प्रोजेस्टेरॉन प्रवेश कर जाता है. ये हॉर्मोन खून बनकर बच्चे के प्राइवेट पार्ट से बाहर निकलता है. ये अक्सर फीमेल भ्रूण में होता है. इसे लोग माहवारी समझ लेते हैं पर ये बिल्कुल अलग है.
क्या ये नॉर्मल है?
बच्चों में ये कंडीशन सिर्फ 1 हफ्ते तक होता है. जब हॉर्मोन निकल जाता है तो ब्लीडिंग रुक जाती है. इस वजह से नए पैरेंट्स को बच्चों से जुड़ी इस कंडीशन के बारे में जानना बेहद जरूरी है. सिएटर चिल्ड्रेन वेबसाइट के अनुसार मां के एस्ट्रोजेन लेवल में कमी आने से भी ऐसा होता है. बच्चों के अतिरिक्त अगर पुबर्टी से पहले लड़कियों के प्राइवेट पार्ट्स से ब्लीडिंग हो रही हो, तो उसे नॉर्मल नहीं माना जाता. क्या आपको इस कंडीशन की जानकारी थी?