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ऊधम सिंह नगर: अहद को आशू रोजाना ही घुमाता था। यही वजह थी कि नदीम और जीनत ने कभी भी नहीं सोचा कि आशू उनके जिगर के टुकड़े के साथ ऐसा करेगा। 13 माह के मासूम को गला रेतकर मारने के प्रयास की घटना शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई वारदात के पीछे का कारण जानना चाह रहा है। सभी अपने-अपने कयास लगा रहे हैं। इधर दिनभर पुलिस आरोपी से पूछताछ करती रही लेकिन उसने वारदात के पीछे की वजह से पर्दा नहीं उठाया।
मासूम अहद अस्पताल में जिंदगी के लिए जूझ रहा है। अपने कलेजे के टुकड़े की हालत देख जीनत के आंसू थम नहीं रहे हैं। वह उस क्षण को कोस रही है, जब उसने आशू को अहद को ले जाने दिया। पिता नदीम भी अपने बेटे के लिए परेशान है। उसे समझ नहीं आ रहा कि क्या करें। दोनों ऊपर वाले से बेटे की सलामती के लिए दुआएं मांग रहे हैं।
नदीम ने बताया कि आशू उसके पास नौकरी करता है। वह उनके बेटे से खूब घुला-मिला रहता था और उसको आए दिन मेले में घुमाने भी ले जाता था। रविवार को भी जब वह अहद को घुमाने की बात कहने लगा तब नदीम और जीनत ने बिना कुछ सोचे उसे जाने दिया। उन्हें क्या पता था कि वह उनके इकलौते बेटे के साथ ऐसी हैवानियत करेगा।