26 जनवरी से पहले दिल्ली में दीवारों पर लिखे राष्ट्र विरोधी, खालिस्तान के समर्थन में नारे, पुलिस ने क्या किया, क्या कहा

Before January 26, anti-national slogans in support of Khalistan were written on the walls in Delhi, what did the police do, what did they say
Before January 26, anti-national slogans in support of Khalistan were written on the walls in Delhi, what did the police do, what did they say
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नई दिल्ली : 26 जनवरी से पहले पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी, विकास पुरी, पश्चिम विहार समेत कई इलाके में दीवारों पर ‘राष्ट्र विरोधी’ और ‘खालिस्तान समर्थित नारे’ लिखे मिले। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने तुरंत इन जगहों पर नारों को मिटवाया। अलग-अलग इलाकों में दीवारों पर यह नारे पेंट से लिखे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि दीवार पर ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘ रेफरेंडम 2020’ जैसे नारे लिखे गए थे। दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा कि कुछ लोगों ने दिल्ली में कुछ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी, खालिस्तान-संबंधी नारे लिख दिए थे। यह सुरक्षा-संबंधी मुद्दा नहीं है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

एक आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा
दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि 19 जनवरी की सुबह विकास पुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार, पीरागढ़ी और पश्चिमी दिल्ली के अन्य हिस्सों में आपत्तिजनक नारे दीवारों पर लिखे थे। सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने पहले उन नारों को मिटवाया। इसके बाद स्पेशल सेल ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसके बाद अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

गणतंत्र दिवस से पहले सुरक्षा पुख्ता
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि गणतंत्र दिवस से पहले कोई गलत गतिविधि न हो। प्रवक्ता ने कहा कि इससे हमारी सुरक्षा प्रभावित नहीं होती है। चूंकि एसएफजे (सिख्स फॉर जस्टिस) एक प्रतिबंधित संगठन है, इसलिए यह खबरों में रहना चाहता है। एसएफजे का संचालन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में रहने वाले कुछ कट्टरपंथी सिख करते हैं। इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया था।