मिशन-2023 की तैयारी में सीएम बघेल, जानिए ”काका” के दौरे के सियासी समीकरण

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने मिशन-2023 के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरा दारमोदार अपने ऊपर ले रहे हैं. सीएम भूपेश बघेल पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं, वह आज से प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों का दौरा करने के लिए निकल पड़े हैं. सीएम अधिकारियों की टीम के साथ 2 हेलीकॉप्टर से विधानसभाओं दौरा करेंगे. उनके इस दौरे के न केवल राजनीतिक बल्कि प्रशासनिक मायने भी है. जिसकी पूरी जानकारी हम आपको बताने जा रहे हैं.

राजनीतिक और प्रशासनिक नब्ज देखेंगे सीएम बघेल
दरअसल, भले ही अभी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त है, लेकिन सत्ताधारी कांग्रेस चुनाव के लिए अपनी ताकत लगानी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे में राजनीतिक और प्रशासनिक नब्ज देखेंगे. इसलिए यह दौरा नेताओं और अफसरों के लिहाज से अहम है. सीएम सबसे पहले सामरी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे, वे यहां के लोगों से जन चौपाल लगाकर संवाद करेंगे. सीएम भूपेश बघेल गांव, शहर, कस्बों और नगर पंचायत सभी जगह जाएंगे और जनता से बातचीत कर सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को समझेंगे. प्रदेश की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है, ऐसे में इससे न केवल विधायकों का फीडबैक मिलेगा, बल्कि अफसरों की भी जानकारी मिल जाएगी.

मिशन-71 पर कांग्रेस
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कमाल का प्रदर्शन किया था, कांग्रेस ने 15 साल का सूखा खत्म करते हुए प्रदेश में बड़ी जीत दर्ज की थी. ऐसे में भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार को लगभग साढ़े तीन साल होने को है. आखिर इस अवधि में जनता के मन और मस्तिष्क में सरकार को लेकर क्या तस्वीर उभरी है इसे भी पढ़ने और जानने की जिज्ञासा मुख्यमंत्री में होगी. खुद मुख्यमंत्री बघेल भी कह चुके हैं कि प्रदेश में कांग्रेस मिशन-71 पर काम कर रही है. यानि 2023 में कांग्रेस प्रदेश की कम से कम 71 सीटों पर जीत करने की तैयारी में हैं. खास बात यह भी है कि हाल ही में हुए खैरागढ़ उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित भी है.

कमियों को पूरा करने की तरफ ध्यान
भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार को लगभग साढ़े तीन साल हो चुके हैं, ऐसे में अब तक सरकार ने जो योजनाएं चलाई उनसे जनता को कितना लाभ मिला है और जनता के बीच क्या परेशानियां इस बार भी ध्यान देना सीएम की प्राथमिकता है. भूपेश बघेल 90 विधानसभा क्षेत्रों के लगभग 270 गांव तक उपस्थिति दर्ज कराएंगे और 90 गांव में रात में विश्राम करेंगे. यानि एक तरह से चुनाव के पहले ही सीएम सभी क्षेत्रों में रुककर जमीनी हकीकत से रूबरू होंगे. इतना ही नहीं वह जनप्रतिनिधियों से सीधे संवाद करेंगे और उनका फीडबैक भी लेंगे, जबकि उनसे आवश्यक सुझाव और राय भी लेंगे कुल मिलाकर देखें तो भूपेश बघेल अपनी सरकार के साढ़े तीन साल के रिपोर्ट कार्ड को बनाने खुद गांव में जा रहे हैं. यानि जहां कमियां होगी उन्हें अभी से दुरुस्त कर लिया जाए.

प्रशासनिक पकड़ मजबूत करना
मुख्यमंत्री जब प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों के तीन-तीन गांव में पहुंचेंगे तो जनता में तो भरोसा पैदा होगा ही साथ में सरकारी मशीनरी के अंदर भी एक डर पैदा होगा. इस दौरान सीधा सीएम को अपने बीच पाकर जनता भी उन से खुलकर अपने मन की बात करेगी, यही वजह है कि सीएम बघेल के इस दौरे को प्रशासनिक पकड़ मजबूत करने के तौर पर भी देखा जा रहा है. ताकि सरकारी मशीनरी पर भी नकेल कसी जा सके, ऐसा होने पर सरकार की योजनाओं का लाभ बेहतर तरीके से लोगों को मिलेगा, साथ में अब तक हुई गड़बड़ियां भी सामने आएंगी. इससे सरकार को आने वाले डेढ़ साल में किस तरह से योजनाओं में बदलाव करने का मौका भी मिलेगा और आगे की रणनीति बनाने में आसानी होगी.

क्या 2023 में बघेल ही चेहरा!
मुख्यमंत्री के 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे को लेकर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिलवक्त भूपेश बघेल से ज्यादा मजबूत कोई नहीं है. अपने सियासी विरोधियों के साथ ही अपने दल के जनप्रतिनिधियों की वास्तविक स्थिति के आकलन का इससे बेहतर दूसरा कोई तरीका नहीं हो सकता, इसलिए वह अभी से तैयारियों में जुट गए हैं. खास बात यह है कि सीएम भूपेश बघेल कांग्रेस आलाकमान को यह संदेश देने की कोशिश में जुटे हैं, कांग्रेस को किला बचाने के लिए 2023 की कमान भी उन्हें सौंपनी चाहिए. क्योंकि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी सियासी अदावत देखने को मिली है. ऐसे में बघेल 2023 को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते.

विधायकों के रिपोर्ट कॉर्ड पर नजर
छत्तीसगढ़ की सियासत में पिछले दिनों एंटी इनकंबेंसी की चर्चा खूब हुई थी. बताया गया था कि कांग्रेस के सर्वे में कई विधायकों का रिपोर्ट कॉर्ड ठीक नहीं पाया गया था. खुद सरकार के सीनियर मंत्री टीएम सिंहदेव ने एंटी इनकंबेंसी पर बयान देकर सिसायी हलचल बढ़ा दी थी. सीएम भूपेश बघेल के इस दौरे को विधायकों के रिपोर्ट कॉर्ड से भी जोड़कर देखा जा रहा है. विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि हम लोग राजनीतिक दल के लोग हैं. किसका परफॉर्मेंस कैसा है यह 24 घंटे चलते रहता है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सीएम अभी से सभी विधायकों चुनाव के लिहाज से अलर्ट करना चाहते हैं.