रात को बहू से मिलने पहुंचा ससुर, गलती से बेटे ने देखा, दोनों ने किया वो हाल देखकर कांप उठेंगे

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बहरोड़। कारोबारी पिता ने बहू से अवैध संबंधों के चलते बेटे की हत्या कर दी। बेटे ने पिता को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। यह देख बेटे को गुस्सा आया और वह अपने कमरे में आ गया। कमरे में पहुंचे ससुर-बहू ने रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मामला अलवर जिले के बहरोड़ का है।

भिवाड़ी ASP विपिन शर्मा ने बताया कि बहरोड़ नया बस स्टैंड व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष बलवंत यादव(64) ने बहू पूजा(29) के साथ मिलकर बेटे विक्रम यादव(33) की तीन दिन पहले रविवार को हत्या कर दी थी। बलवंत और पूजा के बीच डेढ़ साल से अवैध संबंध थे। रविवार की रात करीब 2:30 बजे बलवंत अपने बेटे के कमरे में गया और बहू को बाहर बुलाया।

इस दौरान विक्रम जाग गया। बाहर आया तो उसने पत्नी और पिता को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। यह देख विक्रम गुस्सा हो गया और अपने कमरे में आ गया। यहां पिता और बहू विक्रम के कमरे में गए और रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी। विक्रम की जान निकलने तक तक दोनों ने रस्सी से गला दबाए रखा।

बनाई झूठी कहानी, साले के शक ने खोला राज
हत्या को छिपाने के लिए ससुर-बहू ने झूठी कहानी बनाई। दोनों ने इसे सुसाइड बताने की कोशिश की। मर्डर के बाद पंखे पर चुन्नी टांग दी। इसके बाद बेड से धक्का दे दिया। इस दौरान विक्रम के सिर में चोट आई और खून बहने लगा। सोमवार सुबह बलवंत हमेशा की तरह सुबह मॉर्निंग वॉक पर चला गया और पूजा घर का काम करने लगी। वॉक से लौटने के बाद बलवंत ने रिश्तेदारों को कॉल कर बताया कि विक्रम के साथ हादसा हो गया और उसकी मौत हो गई।

घरवालों ने अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली थी। विक्रम के साले ने गले पर निशान देखा तो इस पर सवाल खड़े किए। इस बीच किसी रिश्तेदार ने पुलिस को सूचना दे दी। DSP आनंद राव ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमाॅर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने बलवंत और पूजा से दोबारा पूछताछ शुरू की तो दोनों ने इसका राज खोला। पुलिस ने बताया कि डेढ़ साल पहले बलवंत की पत्नी की कैंसर से मौत हो गई थी। इसके बाद से बहू पूजा के साथ अवैध संबंध थे। मामले का खुलासा करने में DSP आनंद राव की अहम भूमिका रही।

बेटा करता था पिता से प्यार
मृतक विक्रम यादव अपने पिता बलवंत यादव से प्यार करता था। पिता का बुक स्टोर का बिजनेस था। विक्रम भी बुक स्टोर संभालता था। विक्रम के एक 8 साल का बेटा भी है। करीब 10 साल पहले पूजा व विक्रम की शादी हुई थी। विक्रम ने अपने वॉट्सऐप नंबर पर पिता की डीपी लगा रखी थी। मामले के खुलासे के दाैरान भिवाड़ी ASP अतुल साहू, नीमराणा ASP जगराम मीणा, बहरोड़ DSP आनंद राव, थाना अधिकारी सुणीलाल मीणा मौजूद रहे।