16वीं विधानसभा का पहला दिन, राजस्थानी भाषा पर हंगामा

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जयपुर। 16वीं राजस्थान विधानसभा का पहले सत्र की शुरुआत ही हंगामे के बीच हुई। नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ लेने के मामले को लेकर सदन में हंगामा हुआ। नवनिर्वाचित विधायक अभिमन्यु भाटी ने राजस्थानी भाषा में शपथ ली। इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने आपत्ति जताई और कहा कि राजस्थानी भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। इसलिए अनुसूची में जो भाषा शामिल है, उसी में शपथ ले सकते हैं। इस पर करीब पांच मिनट तक सदन में हंगामा होता रहा। बाद में भाटी को हिंदी में ही शपथ लेनी पड़ी।

भाटी ने जब राजस्थानी भाषा में शपथ ली तो इस पर आपत्ति आई। इस पर भाटी ने कहा कि मैंने पहले ही सूचित किया था। इस संबंध में विधानसभा को मेल भी किया था। विरोध होने पर भाटी ने तल्ख लहजे में कहा, यह शर्म की बात नहीं है। आप सभी सहयोग करें। आप ऐसे किसी को टोक नहीं सकते। विवाद बढ़ता देख प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ आसन से खड़े हुए। उन्होंने कहा कि ऐसा है कि जो भाषा आठवीं अनुसूची में है, उसी भाषा में ही शपथ ले सकते हैं। राजस्थानी भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। इसलिए आप राजस्थानी भाषा में शपथ नहीं ले सकते। जब तक राजस्थनी भाषा की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जाता है कि तब तक शपथ नहीं ले सकते। आप हिंदी व अंग्रेजी में शपथ ले सकते हैं। इस पर विधायक भाटी बोले, आप राजस्थानी को मान्यता दिला दो। स्पीकर बोले,अभी मान्यता नहीं है। इस पर काफी देर तक विवाद चलता रहा।

डोटासरा ने ली चुटकी
इसी बीच कांग्रेसी विधायक गोविंद डोटासरा ने भी चुटकी ली। डोटासरा ने कहा कि अब तो डबल इंजन की सरकार आ गई है। राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाओ। तब अंत में भाटी ने कहा कि सदन का मान रखते हुए मैं हिन्दी में शपथ लेता हूं।

सदन की झलकियां
-सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली।
– शपथ से पहले विधायक शांति धारीवाल ने जताई आपत्ति। धारीवाल ने कहा पहले राज्यपाल का अभिभाषण होता है उसके बाद शपथ का कार्यक्रम किया जाना चाहिए। इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण ने कहा कि पहले शपथ होगी उसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा।

विधानसभा में सांसदों के निलंबन का विरोध
लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों के निलंबन का विरोध राजस्थान विधानसभा में नजर आया। कांग्रेस विधायकों ने इसे लेकर विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस विधायकों ने ना पक्ष लॉबी में आने के बाद सांसदों के निलंबन के विरोध में हाथों में काली पट्टी बांधी। कुछ कांग्रेसी विधायकों ने शपथ भी हाथों में काली पट्टी बांधे ही ली।

गदा लेकर विधानसभा पहुंचे बालमुकुंदाचार्य
हवामहल विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक बालमुकुंदाचार्य गदा लेकर विधानसभा पहुंचे। सदन में जाने से पहले बालमुकुंदाचार्य ने कहा, राजस्थान में कुशासन खत्म हो गया है। राम राज्य की स्थापना हुई है। सीएम भजनलाल शर्मा जमीन से जुड़े हुए नेता हैं, उनके साथ में पूरा भाजपा परिवार 36 कौम को लेकर राजस्थान का विकास करेगा। चुनाव परिणाम आने के दूसरे दिन से ही भाजपा ने काम शुरू कर दिया था।