बिहार में भाजपा पर LJP ने लगाया नाम चुराने का आरोप

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पटना। चिराग पासवान गुट वाली लोजपा ने भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा पर चिराग पासवान की ‘आशीर्वाद यात्रा’ के नाम की चोरी करने का गंभीर आरोप लगाया। लोजपा का कहना है कि इसके जरिए बिहार में चिराग पासवान का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है- ‘पासवान, दलित-महादलित ही नहीं बल्कि फॉरवर्ड जातियों के लोग भी अब चिराग को पसंद करने लगे हैं। उनसे जुड़ने लगे हैं’।

भाजपा पर ये आरोप लगाते हुए चिराग गुट के प्रदेश प्रवक्ता राकेश रोशन ने कहा, ‘भाजपा ने फॉरवर्ड जातियों के लोगों को सिर्फ छला है। उनका इस्तेमाल किया है। इस कारण वो अब दूरी बनाने लगे हैं। भाजपा अब फिर से इन पर डोरे डालने में लगी है। यही कारण है कि चिराग की ‘आशीर्वाद यात्रा’ के बदले बिहार बीजेपी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ 19 अगस्त से शुरू कर रही है। इसकी कमान केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को सौंपी है’।

जनता को चिराग में दिखने लगा विकल्प
राकेश का दावा है कि आशीर्वाद यात्रा की वजह से काफी कुछ बदला है। बिहार के लोगों के सामने चिराग पासवान के रूप में तीसरा विकल्प मिला है। अब यह चर्चा आम हो गई है कि बिहार का नेतृत्व दलित-महादलित समाज से आने वाले युवा चेहरे को क्यों नहीं मिलना चाहिए? अब जरूरी नहीं है कि बिहार की राजनीति दो पहिए पर ही घूमती नज़र आए। जनता को मज़बूर होकर राजद या जदयू+भाजपा के गठबंधन में से किसी न किसी को चुनना पड़ता है। अब जनता को चिराग पासवान के रूप में तीसरा विकल्प मिल गया है।

दलित-महादलित में नाराजगी
जदयू ने महादलित को नेतृत्व देकर भी छीन लिया था। जदयू-भाजपा ने जिस प्रकार से चिराग पासवान को कमजोर किया था, उससे दलित-महादलित समाज सख्त में नाराजगी है। वे अब एकजुट होकर जवाब देने के मूड में है। राज्य के अंदर अब अगड़ी+मुस्लिम+दलित महादलित का एक नया समीकरण चिराग पासवान के नेतृत्व में बनने लगा है। प्रवक्ता का दावा है कि नए समीकरण के बड़ा रूप लेते ही बिहार में बड़ा परिवर्तन हो सकता है। इन सभी कारणों से भाजपा डरी हुई है।

चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा 5 जुलाई से बिहार में शुरू हुई थी। इसकी शुरुआत के लिए चिराग ने अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के संसदीय क्षेत्र रहे हाजीपुर को चुना था। पिछले डेढ़ महीने में वो आशीर्वाद यात्रा के 6 चरणों को पूरा कर चुके हैं। अब कई जिलों में जनता के बीच जा चुके हैं।

कोई पहली बार यात्रा थोड़े निकाल रहे हैं- भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा कि कोई पहली बार यात्रा थोड़े निकाल रहे हैं -‘ये तो भाजपा के रूटीन वर्क में शामिल रहता है। जहां तक जन आशीर्वाद यात्रा की बात है तो यह भाजपा के उन्हीं नेताओं को निकालना है, जो पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं या जिनका राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री में प्रमोशन हुआ है। सरकार का काम शुरू करने से पहले उन्हें जनता का आशीर्वाद लेना है। भाजपा जाति के आधार पर समाज को तोड़कर काम नहीं करती है। हम सबको जोड़ते हैं’।