छत्तीसगढ़ में यूपी-बिहार के नेताओं को क्यों मिला मौका? सीएम बघेल ने दिया ये जवाब

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रायपुर: कांग्रेस उम्मीदवार राजीव शुक्ला और रंजीता रंजन ने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी वहां मौजूद रहे। नामांकन के बाद जब बघेल से पूछा गया कि छत्तीसगढ़ में बाहरी को मौका क्यों? इसपर उन्होंने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह के फैसले तो सभी दल में लिए जाते हैं। हमारे यहां नया है क्या? उन्होंने कहा कि शुक्ला और रंजन को संसदीय अनुभव है इसलिए उन्हें यह मौका दिया जा रहा है। वहीं इस मामले पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की परंपरा रही है कि यहां जो लोग चुनकर जाएंगे, वह सदन में छत्तीसगढ़ की बात ही उठाएंगे। पीएल पुनिया ने कहा कि यहां के बहुत सारे लोगों को अपेक्षाएं थीं लेकिन पार्टी की यह हमेशा परंपरा रही है और हकीकत भी रही है कि राज्यसभा में कौन चुनाव लड़ेगा? इसका निर्णय कांग्रेस प्रेसिडेंट की तरफ से तय की जाती है। वहीं, छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ छल के आरोप पर पीएल पुनिया ने कहा कि भाजपा को जो कहना है, वह कहेगी। उन्होंने कहा कि यहां से जो राज्यसभा जाएंगे, वह मजबूती के साथ छत्तीसगढ़ की बात करेंगे।

भाजपा ने बघेल पर निशाना साधा था
इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं आखिर क्या वजह है कि उन्हें कृषि विश्वविद्यालय में तो छत्तीसगढ़िया कुलपति चाहिए होता है लेकिन छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ का राज्यसभा सांसद नहीं चाहिए होता। पिछली बार केटीएस तुलसी को वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा की जगह राज्यसभा भेज दिया गया। इस बार भी भाजपा ने लगातार कहा कि छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में यहां के लोगों को ही भेजना चाहिए तब कांग्रेस कह रही थी कि भाजपा को इस बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसी भी मामले में भारतीय जनता पार्टी और छत्तीसगढ़ का एक-एक नागरिक बोलने का पूरा अधिकार रखता है।

अमित जोगी की कांग्रेस विधायकों से वोट न करने की अपील
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की दोनों राज्यसभा सीटों पर बाहरी प्रत्याशियों को थोपना कांग्रेस की दूषित सोच का परिणाम है। कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के योग्य कांग्रेसी नेताओं को मौका न देकर उन्हें नीचा दिखाया है और छत्तीसगढ़ का अपमान किया है। अमित जोगी ने कांग्रेस विधायकों से कहा है कि छत्तीसगढ़ के सम्मान के लिए वे 10 जून को दोनों प्रत्याशियों के लिए मतदान ही न करें।