अभी- अभीः मुजफ्फरनगर से जुडे आतंकी कनेक्शन के तार, खुलासे से कांप जायेंगे आप

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मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद मुजफ्फरनगर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, होटलों और सरायों में चेकिंग अभियान चलाने के साथ ही खुफिया विभाग ने भी अपने नेटवर्क को अलर्ट कर दिया है। मुजफ्फरनगर में आतंकियों को फंडिंग किए जाने मामले में एनआईए पूर्व में छापेमारी कर चुका है, जबकि इससे पहले भी आतंकियों का सीधा कनेक्शन मुजफ्फरनगर में मिल चुका है। ऐसे में मुजफ्फरनगर में आंतकियों के छिपे होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

मुजफ्फरनगर में हो सकते हैं स्लीपिंग मॉड्यूल
साल 2013 में हुए साम्प्रदायिक दंगों के बाद मुजफ्फरनगर आतंकी संगठनों के मेन सूची में है। दंगों के बाद आतंकियों ने यहां के युवाओं से सम्पर्क किया था, जिसका खुलासा एटीएस ने किया था। दंगों के बाद जिले के चरथावल में आतंकी संगठन अन्सारुल्ला बांग्ला टीम’ का संदिग्ध आतंकी अब्दुल्ला गिरफ्तार हुआ था, जिसके पास से फर्जी पासपोर्ट और संदिग्ध दस्तावेज मिले थे। इस दौरान खुलासा हुआ था कि लश्कर के कुछ आतंकी दंगा पीड़ितों से मिले थे और उन्हें लालच भी दिया था। ऐसे में मुजफ्फरनगर में आतंकी संगठनों के स्लीपिंग मॉड्यूल होने की आशंका पुख्ता हो जाती है।

मुजफ्फरनगर का संदीप भी बन गया था लश्कर का आतंकी
आतंकी संगठनों की निगाह पहले केवल मुस्लिम युवाओं पर रहती थी, जिनका माइंडवॉश कर वह उन्हें आतंकी बना देते थे, लेकिन अब आतंकी संगठन ऐसे हिन्दू युवकों पर भी डोरे डाल रहे हैं, जो आसानी से उनकी बातों में आ जाते हैं। इसका खुलासा साल 2017 में उस समय हुआ था, जब मुजफ्फरनगर के मोहल्ला अंकित विहार के रहने वाला संदीप शर्मा जम्मू-कश्मीर में पकड़ा गया था। संदीप शर्मा ने लश्कर का आतंकी बन गया था और उसने अपना नाम भी संदीप से बदलकर आदिल रख लिया था। संदीप की गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने उसके मुजफ्फरनगर स्थित घर पर पहुंचकर पूछताछ की थी।

मुजफ्फरनगर का रहा है सीधा आतंकी कनेक्शन
दिल्ली के नजदीक होने के चलते वेस्ट यूपी के कई जिलों को आंतकी सेफ जोन मानते हैं, इन्हीं जिलों में मुजफ्फरनगर का नाम भी शामिल है। मुजफ्फरनगर में समय-समय पर आतंकी कनेक्शन मिलते रहे हैं। मुजफ्पफरनगर के बुढाना थाना क्षेत्र के ग्राम जौला से आतंकी संगठन जैश-ए मोहम्मद का कमांडर मोहम्मद वारिस गिरफ्तार हुआ था। अटारी बॉर्डर पर हेरोइन के साथ कांधला निवासी साबिर और नसीरन पकड़ी गई थी।

आठ साल पहले महलकी निवासी नेत्रहीन कारी सलीम गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा खतौली से भी लश्कर का आतंकी गिरफ्तार किया जा चुका है। मुजफ्फरनगर से हवाला के जरिये आतंकियों को फंडिंग किये जाने का मामला भी सामने आया था, जिसमें मुजफ्फरनगर के आदेश जैन समेत तीन लोग अभी भी जेल में हैं। इस मामले में एनआईए ने कार्रवाई की थी।