राजस्थान में घमासान के बीच अचानक यहां पहुंचे सचिन पायलट, देखकर लोग हैरान

इस खबर को शेयर करें

जयपुर. जैसे ही राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपना जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया. सचिन पायलट, रविवार को दौसा होते हुए अलवर के समोची गांव में पहुंचे. उन्होंने गांव में पहुंचकर शहीद शेरसिंह जाटव को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी.

शहीद के परिवार से मुलाकात कर उनके लिए केंद्र और राज्य सरकार से सहायता राशि की मांग की. शहीदों के परिवारों के लिए स्पेशल पैकेज की भी उन्होंने मांग की. शहीद के परिवार से मुलाकात के बाद सचिन पायलट का काफिला अलवर के पाडा सुईला पहुंचा, जहां उन्होंने कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा से मुलाकात की और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने परिवार को सांत्वना भी दी.

कोरोना की दूसरी लहर से पहले सचिन पायलट तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे राजस्थान में रैलियां कर रहे थे. जैसे ही राज्य में कोरोना के मामले बढ़े और कोरोना प्रोटोकॉल को सख्त किया गया, उन्होंने अपनी राजनैतिक रैलियों को रोक दिया. जनता से भी सीधा संपर्क करना कम कर दिया.

सचिन पायलट के इस दौरे के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. उन्होंने अपनी ही पार्टी के विरोधी गुट के नेताओं को संदेश दे दिया है कि जमीन पर उनकी पकड़ मजबूत है. उन्होंने अपनी ताकत समर्थकों के मिलकर सड़क पर दिखाई तो दलित और आदिवासी घरों में जाकर उन लोगों को भी संदेश दिया, जो उन पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हैं.

सचिन पायलट के इस दौरे से स्थानीय कांग्रेसी नेताओं की दूरी साफ दिखी. स्थानीय विधायक बाबूलाल बैरवा भी उनके दौरे में कहीं नजर नहीं आए, जो कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मुखर हुए थे. उन्होंने कहा था कि हमारी जीत तो सचिन पायलट की दिलाई हुई जीत है.

सचिन पायलट के काफिले में विधायक पीआर मीणा भी नजर नहीं आए. सचिन पायलट ने अपने इस दौरे में राजस्थान के सियासी संकट को लेकर कुछ भी नहीं कहा. जिस तरह से जयपुर से लेकर दौसा और अलवर तक बड़ी संख्या में लोग स्वागत करने के लिए निकले, उसे पायलट का राजनीतिक संदेश माना जा रहा है. सचिन पायलट खुद लगातार अपने समर्थकों से अपील करते रहे कि कोरोना को देखते हुए गाइडलाइन का पालन करें. सचिन पायलट के इस दौरे में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आईं.