8000 क्रिमिनल, 15 हजार पुलिस के जवान… मध्यप्रदेश में थर-थर कांप गए अपराधी, जब एक साथ हो गई घेराबंदी

8000 criminals, 15000 police personnel... Criminals in Madhya Pradesh trembled when they were surrounded together
8000 criminals, 15000 police personnel... Criminals in Madhya Pradesh trembled when they were surrounded together
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भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार, मध्यप्रदेश पुलिस अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सक्रिय हो गई है। प्रदेश में लगातार अपराधियों की धरपकड़ जारी है। इसी क्रम में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को प्रदेश भर की पुलिस ने एक साथ, एक ही समय पर नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन का नेतृत्व डीजीपी सुधीर सक्सेना के मार्गदर्शन में हुआ।

इस नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन में सभी जिलों में आईजी, डीआईजी, एसपी, एसडीओपी, थाना प्रभारी के साथ-साथ भोपाल और इंदौर पुलिस कमिश्नरेट के सभी अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे। इस व्यापक अभियान का उद्देश्य प्रदेश में कानून और व्यवस्था बनाए रखना और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना था। इससे प्रदेश में अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।

इस नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन में प्रदेश के 15 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 370 डीएसपी और उच्च स्तर के अधिकारी भी शामिल रहे। डीजीपी सुधीर सक्सेना स्वयं पूरी रात सड़कों पर मौजूद रहे और उन्होंने विभिन्न थानों का दौरा किया। डीजीपी ने रात 1 बजे बीएनपी देवास, ढाई बजे कोतवाली सीहोर, और चार बजे कोहेफिजा थाना पहुंचकर नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने रात्रि में ही जोनल आईजी से बात कर उनके जिलों में चल रहे नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन की जानकारी ली।

जनता की सुरक्षा, प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था की सुदृढ़ता बनाए रखने और अपराधियों में भय उत्पन्न करने के उद्देश्य से यह कॉम्बिंग गश्त की गई। इस अभियान के तहत फरार अपराधियों की धरपकड़, सभी स्थायी और गिरफ्तारी वारंटों की तामीली, और जिला बदर अपराधियों की चेकिंग सुनिश्चित की गई। कॉम्बिंग गश्त के दौरान पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की, संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की, और जिन अपराधियों के खिलाफ वारंट जारी थे, उन्हें गिरफ्तार किया।

रात भर चली गश्त में पकड़ाए अपराधी व वारंटी

कॉम्बिंग गश्त के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर अधिकतम पुलिस बल को एकत्रित किया गया और विस्तार से ब्रीफिंग दी गई। आवश्यक कार्यवाही की जानकारी देकर अलग-अलग टीमों का गठन कर उन्हें कॉम्बिंग गश्त के लिए रवाना किया गया। पूरी रात चले इस गश्त के दौरान लगभग 8 हजार अपराधी और वारंटी पकड़े गए। इस प्रदेशव्यापी कॉम्बिंग गश्त में गिरफ्तारी वारंट के लगभग 5 हजार अपराधियों, लगभग 2500 स्थायी वारंटियों, लगभग 75 फरार अपराधियों, और 1800 से ज्यादा जिलाबदर अपराधियों की चेकिंग की गई। कुछ जिला बदर अपराधी जिला बदर की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाए गए, जिनके विरुद्ध अलग से कार्यवाही की जा रही है।

125 से अधिक इनामी बदमाशों को किया गिरफ्तार

विभिन्न अपराधों में वांछित 125 से अधिक इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, 650 से अधिक अन्य वांछित अपराधियों को भी कॉम्बिंग अभियान में पकड़ा गया। प्रदेशव्यापी नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन में पुलिस को कानूनी प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन करने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा, इस बात का विशेष ध्यान रखने के लिए भी निर्देशित किया गया था कि किसी के साथ अभद्रता न हो और महिलाओं एवं बच्चों के साथ व्यवहार में पूरी शालीनता रखी जाए।

मुख्यमंत्री ने दिए थे निर्देश

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 31 मई 2024 को पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को रात्रि गश्त सहित निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देशों के तहत ही यह व्यापक नाइट कॉम्बिंग ऑपरेशन आयोजित किया गया, जिसमें पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सक्रियता दिखाई।