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भवाली: यूपी, बिहार, उत्तराखंड, सहित अन्य राज्यों में लगातार बढ़ते तापमान ने फल और सब्जियों के समय चक्र को प्रभावित कर दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु चक्र के परिवर्तन के कारण इस साल फल अपने तय समय से करीब दो माह पहले ही तैयार हो सकते हैं। फलों के आकार और स्वाद में गिरावट की आशंका है। साथ ही उत्पादन 30 प्रतिशत तक गिर सकता है। पादप आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि आड़ू, खुबानी, प्लम में जून में फूल आने के बाद अगस्त में फसल तैयार हो जाती है। लेकिन इस साल समय से पहले इनमें फूल आ गए हैं। साथ ही सब्जियां तैयार होने का समय भी गड़बड़ाया है।
आकार और स्वाद में भी होगा बदलाव : केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार, फल की फसल के समय चक्र में परिवर्तन के चलते इस साल फल के आकार और स्वाद में भी बदलाव हो सकता है। अनुमान है कि फल का आकार औसत से छोटा और स्वाद पहले की तरह उत्तम नहीं होने की संभावना हो सकती है। जानकारों के अनुसार, इस साल सर्दियों में पर्याप्त बारिश नहीं होने से जमीन में नमी नहीं है। तापमान में लगातार इजाफा होने से खेती और अधिक प्रभावित हो रही है। ऐसे में फसल की पैदावार कम होगी। जलवायु परिवर्तन के चलते तापमान बढ़ रहा है। सर्दियों में पर्याप्त बारिश नहीं होना भी फल एवं सब्जी की फसल के लिए नुकसानदेह है। यही कारण है कि इस साल फलों का पैदावार चक्र समय बदल गया है।