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नई दिल्ली: भारतीय रेलवे के जरिए हर दिन बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते हैं। आपने देखा होगा कि रास्ते में कई रेलवे सिंबल्स बने होते हैं। आप शायद ही इस पर ध्यान देते होंगे कि आखिर उनका मतलब क्या है। मगर, ये सिंबल्स सुरक्षित यात्रा के लिहाज से बेहद अहम होते हैं। हर एक सिंबल का अपना अलग मतलब है और बराबरा का महत्व भी। चलिए हम आपको ऐसे ही 5 सिंबल्स के बारे में विस्तार से बताते हैं…
स्पीड इंडिकेटर्स
रेलवे से यात्रा करते समय क्या आपने इस पर ध्यान दिया है कि पटरी के किनारे कई जगहों पर स्पीड इंडिकेटर्स लगे होते हैं। आमतौर पर इसे यलो रंग के ट्रायंगुलर बोर्ड पर लिखा जाता है। यह वो अधिकतम स्पीड होती है जो उस जगह पर सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी है।
W/L का मतलब
W/L वाला बोर्ड तो रेलवे यात्रियों के लिए बहुत ही कॉमन है। शायद ही ऐसा कोई यात्री हो जिसकी इस पर नजर न पड़ी हो। W/L का मतलब है कि उस इलाके में जब भी ट्रेन पहुंचे तो ड्राइवर हॉर्न जरूर दे।
सी/फा क्या है
यलो रंग के बोर्ड पर सी/ फा लिखा हुआ आपने देखा होगा। यह कुछ और नहीं बल्कि W/L का ही हिंदी ट्रांसलेशन है। जी हां, इसका मतलब है सीटी बजाओ/फाटक।
X निशाने को जानें
कई ट्रेनों के पीछे यलो कलर में क्रॉस(X) का निशान बना होता है। इस साइन से पीछे आ रही रेलगाड़ियों को आगे खतरा होने की जानकारी मिल जाती है। इससे रेलवे कर्मचारियों को भी यह पता चल जाता है कि ट्रेन अब जा चुकी है।
T/P और T/G क्या है
रेलवे लाइन के किनारे बोर्ड पर T/P या T/G भी लिखा होता है। T/P का मतलब पैसेंजर ट्रेनों के लिए स्पीड कम करना है। वहीं, T/G मालगाड़ी की गति को लेकर लिखा जाता है। यलो कलर के गोल बोर्ड पर इस इंडिकेटर को देखा जा सकता है।