बहादुरगढ़। हरियाणा के किसान संगठनों ने यह कहकर खलबली मचा दी है कि देश के किसानों ने आंदोलन में 1200 करोड़ का चंदा दिया है। इस पैसे से किसान परिवारों की मदद की बजाय संयुक्त किसान मोर्चा के नेता अपनी सुख-सुविधाओं पर खर्च कर रहे हैं।
किसान नेता विकल पचार ने कहा कि करनाल लाठीचार्ज में जान गंवाने वाले किसान सुशील काजल के परिजनों को सहायता राशि व सरकारी नौकरी के लिए सरकार ने कोई घोषणा नहीं की है। वहीं सिंघु बार्डर व टीकरी बार्डर पर आंदोलन कमेटी को देश के किसानों ने करीब 1200 करोड़ रुपये चंदा दिया है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा के किसी नेता ने सहायता राशि देने की बात नहीं कही है।
किसान नेता प्रदीप धनखड़ ने कहा कि पहले भी आंदोलनों में जान गंवाने वाले किसानों के स्वजनों को सरकार को मजबूर करके सहायता राशि दिलवाई है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा तो इतना निष्ठुर बना है कि अपनी जेब में हाथ डालने को तैयार नहीं है। सुशील काजल के परिवार को सहायता राशि नहीं दी जाती है तो चंदा देने वाले किसानों को बड़ी ठेस पहुंचेगी।