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बिहार के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर में बंद राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव अर्जुन राय को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालीचक थाने की पुलिस रिमांड पर लेगी। मालदा जिला कोर्ट से अर्जुन राय के नाम का कालीचक पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट लिया है। प्रोडक्शन वारंट की प्रति शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में भेजी गई है। राजद नेता अर्जुन राय मूल रूप से गायघाट और वर्तमान में अहियापुर थाना के चक मोहब्बत गांव का निवासी है। अहियापुर पुलिस ने भूमि कारोबार में रंगदारी मांगने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर 15 दिन पहले जेल भेजा था। वह जेल में बंद है।
प. बंगाल के कालीचक थाने पुलिस ने बीते साल 24 दिसंबर को जाली नोट के साथ तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अर्जुन राय मौके से फरार हो गया था। जाली नोट के साथ बोचहां थाना के बाजितपुर भूताने निवासी प्रमोद सहनी, गायघाट थाना के पागा डीह के सुधीर सहनी और मालदा जिले के खोसलपारा निवासी कालू उर्फ रेजाउल करीम को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 500 के 290 जाली नोट जब्त किए गए थे।
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इस मामले में कालीचक थाने में गिरफ्तार सुधीर सहनी, प्रमोद सहनी, कालू और फरार अर्जुन राय व राजा को नामजद आरोपित बनाते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी। पूछताछ में सुधीर और प्रमोद ने कालीचक पुलिस को बताया था कि फरार अर्जुन राय और राजा जाली नोट रैकेट का मास्टरमाइंड है। उसके बाद से बंगाल पुलिस अर्जुन राय को तलाश रही थी। मुजफ्फरपुर में पकड़े जाने के बाद उनका काम आसान हो गया। बंगाल पुलिस मुजफ्फरपुर पुलिस के संपर्क में है।
कालीचक थाने के जाली नोट कांड में फरार अर्जुन राय की अहियापुर में गिरफ्तारी का सत्यापन कर कालीचक पुलिस ने मालदा जिला न्यायालय से बीते 21 जून को प्रोडक्शन वारंट लिया और जेल प्रशासन को उपलब्ध कराया है। अगामी एक जुलाई तक मालदा जिला के फास्ट ट्रैक कोर्ट नंबर दो में अर्जुन राय की पेशी करानी है। जेल सूत्रों ने बताया कि निर्धारित समय पर न्यायालय में उसे प्रस्तुत कराया जाएगा।