- बिहार के प्रीपेड स्मार्ट मीटर ग्राहकों के लिए बड़ी खबर, सोमवार तक कर लें ये काम; नहीं तो गुल हो जाएगी बिजली! - May 17, 2024
- बिहार में आसमान से बरसी मौत की आफत, ठनका गिरने से 3 की गई जान - May 17, 2024
- केके पाठक के रडार पर प्राइवेट स्कूल, अब इन विद्यालयों पर लगेगा ताला; जारी किया फरमान - May 17, 2024
इंदौर : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे ही मध्यप्रदेश में बीजेपी (BJP) की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। एमपी (MP) में बीते एक महीने में पांच ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिससे बीजेपी के पसीने छूट रहे हैं। वहीं, विपक्ष को घर बैठे चुनावी मुद्दा (Election Issue) मिलता जा रहा है। चुनावी साल में घटित इन घटनाओं से मध्यप्रदेश शर्मसार हुआ है। जिससे एमपी सरकार (MP Government) की परेशानी बढ़ती जा रही है। समय रहते ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगी, तो पार्टी को यह भारी पड़ सकती है। पेशाब कांड के बाद एमपी में मल कांड सामने आया। ये दोनों मामले ठंडे भी नहीं हुए थे कि अब जूता कांड सामने आ गया। इन घटनाओं से बीजेपी मुश्किल में घिरती जा रही है। कांग्रेस ने इसे सियासी हथियार बना लिया है। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से हम आपको मध्यप्रदेश में घटित इन पांच घटनाओं के बारे में बताते हैं।
मध्यप्रदेश की सियासत में बीजेपी के लिए यह महीना बहुत ज्यादा भारी पड़ रहा है। जुलाई (July) के महीने की शुरुआत में ही सीधी जिले (Sidhi District) से एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बीजेपी के नेता प्रवेश शुक्ला (Parvesh Shukla) एक आदिवासी (Aboriginal) के चेहरे पर पेशाब कर रहा था। वीडियो सामने आने के बाद सरकार की फजीहत होने लगी, तो शिवराज सिंह चौहान ने मामले को अपने कंट्रोल में लिया था। साथ ही दोषी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और पीड़ित को मुख्यमंत्री आवास (Chief Minister’s Residence) बुलाकर पैर धोकर माफी मांगी। विरोधी सीएम के इस काम को लेकर कह रहे हैं कि सीएम ऐसा नहीं करते, तो आदिवासी वोट खिसकने का डर था। हालांकि, बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने के लिए कांग्रेस को बड़ा मौका मिल गया।
इंदौर में आदिवासी भाइयों को पीटा
सीधी पेशाब कांड के बाद एमपी में इंदौर (Indore) का एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में कुछ लोग दो आदिवासी भाइयों की पिटाई कार में बंदकर कर रहे थे। वीडियो सामने आते ही पुलिस एक्शन में आई। मुख्य आरोपी और उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ऐसे कुछ और वीडियो भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आए। जिसकी वजह से बीजेपी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
छतरपुर, शिवपुरी में मल कांड
वहीं, एमपी के दो जिलों से मल कांड का वीडियो सामने आया है। सबसे पहले शिवपुरी में दो युवकों के चेहरे पर कालिख पोतकर आरोपियों ने उन्हें मल खिला दिया। घटना का वीडियो वायरल हुआ, तो सरकार एक्शन में आई। इसके बाद छतरपुर में एक दलित के चेहरे और शरीर पर मल मलने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने रोते हुए पुलिस के सामने अपनी पीड़ा बयां की। इसके बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
रीवा में जूता कांड सामने आया
ऐसी ही घटना विंध्य क्षेत्र (Vindhya Area) से भी आ रही है। एमपी का विंध्य वही क्षेत्र है, जहां निकाय चुनाव (Municipal Elections) में बीजेपी (BJP) को बड़ा झटका लग चुका है। रीवा (Rewa) का भी एक पुराना वीडियो वायरल (Video Viral) हुआ है। वायरल वीडियो में सरपंच (Sarpanch) पति कर्ज न चुकाने पर अर्धनग्न कर एक व्यक्ति की पिटाई कर रहा है। इसके साथ ही उसके मुंह से जूता उठवा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी सरपंच पति को गिरफ्तार कर लिया।
ग्वालियर से भी पिटाई का वीडियो वायरल
सीधी की घटना के बाद ग्वालियर से भी एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में कुछ अराजक तत्व कार के अंदर ही एक युवक की जमकर पिटाई कर रहे थे। साथ ही उससे तलवा चटवा रहे थे। आरोपी उससे अपना पैर भी दबवा रहे थे। वीडियो सामने आने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रदेश में हो रही इन घटनाओं ने विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा दे दिया। विपक्ष राज्य में आदिवासियों पर अत्याचार और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सरकार को लगातार घेर रही है। ऐसे में यह साफ है कि इन पांच बड़ी घटनाओं ने बीजेपी की परेशानी एमपी में बढ़ा दी है। आगामी चुनाव को देखते हुए बीजेपी भी इन घटनाओं से बचने का प्रयास करती नजर आ रही है।
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा हरिभूमि में बतौर एक्सप्लेनर के रूप में कार्यरत हूँ। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग में विशेष रुचि है।