हरियाणा में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई पर बड़ा खुलासा, सामने आया करोड़ों का खेल

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पानीपत। हरियाणा में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। इस मामले में पानीपत जिले से बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह से जुड़े 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनसे 48 लाख रुपए, नकली रैपर और डिब्बे बरामद किए हैं। पता चला है कि ये लोग अब तक 5 करोड़ रुपए कमा चुके हैं। हालांकि, इससे पहले पंजाब पुलिस भी इनसे 2 करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है।

पानीपत के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि, नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का सरगना बीते दिनों पंजाब की रोपड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। अब उससे और उसके साथियों से 48 लाख रुपए, नकली रैपर और डिब्बे बरामद किए गए हैं। दरअसल, मई 2021 के महीने में शहर के सेक्टर-13/17 कट से इसी इलाके के गौरव जैन को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबजारी करते पकड़ा गया था। उस वक्त गौरव से 4 इंजेक्शन बरामद किए गए थे। बाद में जब एक और खुलासा हुआ तो पानीपत की पुलिस पंजाब की रोपड़ जेल में बंद भाखड़ा नहर में नकली इंजेक्शनों की खेप फेंकने के 6 आरोपियों में शामिल मोहम्मद शहवार, शाह आलम और मोहम्मद अरसद को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। इन लोगों को पिछले सप्ताह यहां लाया गया था।

पानीपत के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने सांसों के सौदागरों से हुई पूछताछ के बारे में बताते हुए कहा कि, उपरोक्त जो तीन लोग पकड़े गए हैं.. इन तीनों ने मिलकर 12 हजार नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करके इनमें से करीब 10 हजार इंजेक्शनों को हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल जैसे राज्यों में बेचा। इंजेक्शनों को इन्होंने दवाओं के होलसेलर को 5 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेचा और इससे लगभग 5 करोड़ रुपए कमाए। उन्होंने कहा कि, अब बाकी लोगों को भी जल्द ही काबू कर लिया जाएगा।