भोपाल। मध्य प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला फिलहात थम गया है। हालांकि बारिश के प्रभाव से नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। इधर बारिश थमते ही तापमान में खासा उछाल देखने को मिला। दमोह में 7.4 डिग्री तक पारा उछला है। मौसम विभाग ने भी दो दिन तेज बारिश की संभावना से इनकार किया है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन एवं रीवा संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा सागर, नर्मदापुरम एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। सिंगरौली में 12, मनगवां में 11, गुढ़, बहरी में 5, सिंहावल, संजीत में 4, चितरंगी, बिजुरी, कोतमा, बरही, सैलाना, आगर, आलोट, जावद में 3 सेमी तक पानी गिरा है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि उज्जैन संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर, शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर, इंदौर, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा चंबल-ग्वालियर संभगों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। 26-27 अगस्त के मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं है।
मौसम विभाग के आंकड़ों की बात करें तो भारी बारिश से प्रदेश को राहत है। अगले कुछ दिन इस तरह की कोई संभावना नहीं दिख रही। इधर बारिश थमते ही तापमान में उछाल देखा गया। साढ़े सात डिग्री तक का उछाल दर्ज किया गया है। रात के तापमान में विशेष बढ़त नहीं रही। प्रदेश से सबसे गर्म सीधी रहा। यहां 33.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं पचमढ़ी का तापमान एक बार फिर 20 डिग्री से नीचे खिसका है। यहां न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश के सिस्टम को प्रभावित करने वाले कुछ सिस्टम एक्टिव हैं। इससे कहीं-कहीं बौछारों या हल्की बारिश की संभावना है। तेज बारिश जैसा फिलहाल मौसम नहीं है। राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर बना कम दबाव का क्षेत्र है। मानसून ट्रफ भटिंडा से गहरे कम दबाव के क्षेत्र से सीधी, छत्तीसगढ़ से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। दो-तीन तेज बारिश का अनुमान नहीं है।