छत्तीसगढ़ जा रहा परिवार सतना में दर्दनाक हादसे का शिकार, बची सिर्फ 4 साल की बच्ची?

A family going to Chhattisgarh became the victim of a tragic accident in Satna, only a 4-year-old girl survived?
A family going to Chhattisgarh became the victim of a tragic accident in Satna, only a 4-year-old girl survived?
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सतना : उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के अतर्रा कस्बे के निवासी कुलदीप द्विवेदी छत्तीसगढ़ के सूरजपुर इलाके में स्थित नवोदय विद्यालय में शिक्षक थे. वह अपने परिवार के साथ गर्मियों की छुट्टियां बिताकर छत्तीसगढ़ कार से जा रहे थे, लेकिन उससे पहले सतना में उनकी कार को ट्रक ने टक्कर मार दी, इस दर्दनाक हादसे में कुलदीप समेत उनकी पत्नी और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई है, वहीं 4 साल की बेटी गौरी बच गई है. कुलदीप का छत्तीसगढ़ जाने का ये सफर उनका आखिरी सफर साबित हुआ.

मध्य प्रदेश में परिवार भयानक हादसे का शिकार हो गया. सतना के उचेहरा टोल प्लाजा के पास कुलदीप की गाड़ी ऐसे हादसे का शिकार हुई कि किसी को बचने का कोई मौका ही नहीं मिला. मासूम बच्ची को छोड़कर सभी की मौके पर ही मौत हो गई और सभी काल के गाल में समा गए.

कैसे हुआ परिवार के साथ हादसा?
कुलदीप अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जा रहे थे. नवोदय विद्यालय छुट्टी के बाद खुलने जा रहे थे, ऐसे में अपने परिवार के साथ गाड़ी में सफर कर रहे कुलदीप मध्य प्रदेश के सतना पहुंचे. इस दौरान जैसे ही उनकी गाड़ी सतना मैहर टोल प्लाजा के पास पहुंची तभी एक हैवी ट्रेलर ट्रक जो लोहा लेकर जा रहा था, वह कार को ओवरटेक करने लगा. ओवरटेक के दौरान ट्रक का एक पहिया निकल गया और तेज रफ्तार में ट्रक अनियंत्रित होकर गाड़ी के ऊपर पलट गया. इस हादसे में कुलदीप, पत्नी रुचि और बेटे गोपाल की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.

जाको राखे साइयां मार सके ना कोय…
कहते हैं कि जब जिंदगी बची होती है, तो किसी ना किसी तरह से इंसान मौत को मात दे ही देता है. कुछ ऐसा ही इस केस में हुआ. दरअसल जब ट्रक गाड़ी के ऊपर पलटा तब गाड़ी में बैठे कुलदीप, उनकी पत्नी और बेटे की दबकर मौत हो गई. मगर इस दौरान ना जाने किस तरह से 4 साल की मासूम गाड़ी की सीट के नीचे आ गई और उसकी जिंदगी बच गई. मासूम को इस भयानक हादसे में कोई भी गंभीर चोट नहीं आई और वह पूरी तरह से सुरक्षित है.

4 साल की बच्ची हो गई अनाथ!
बता दें कि हादसे के बाद ट्रक का ड्राइवर मौके से भाग निकला. मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मुश्किल से शवों का गाड़ी से निकाला गया. बता दें कि पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों के शवों को उनके घर बांदा भेज दिया गया है. परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है. हादसे से 4 साल की बच्ची अनाथ हो गई है. बता दें कि मृतक के पिता लेखपाल थे, जो रिटायर हो चुके हैं. परिवार में मृतक कुलदीप के 2 भाई और भी हैं. फिलहाल पुलिस ने बच्ची को उनके परिवार को सौंप दिया है.