![A woman suffering from diabetes had gone to get a 'slap' therapy, her life got stuck as soon as she was slapped and then A woman suffering from diabetes had gone to get a 'slap' therapy, her life got stuck as soon as she was slapped and then](https://aajkinews.net/wp-content/uploads/2024/07/Screenshot_7-638x381.jpg)
Slap Therapy: एक ‘इलाज करने वाला’ 71 साल की एक महिला की मदद करने में नाकाम रहा, जो मधुमेह से पीड़ित थी और एक ‘थप्पड़ मारने वाली थैरेपी’ वर्कशॉप में मौत का सामना करना पड़ गया. अब उसके खिलाफ कोर्ट में सुनवाई हुई. यह घटना डेनिएल कार-गोम विल्टशायर के सीएंड में हुई. यह वर्कशॉप एक आलीशान विलेज होटल क्लीव हाउस में हुई. बुजुर्ग महिला उपचार शिविर के चौथे दिन मर गई.
कहां का है ये मामला
होंगची जिओ नाम का 61 साल का शख्स अक्टूबर 2016 में कैलिफोर्निया के क्लाउडब्रेक में एक क्लास चला रहा था, उसी दौरान यह हादसा हुआ. उसे गिरफ्तार करने का वारंट अक्टूबर 2019 में जारी किया गया था. कोर्ट में सुनवाई चल रही है, इस शख्स पर लापरवाही के कारण गैर इरादतन हत्या का आरोप है.
स्लैप थैरेपी को बढ़ावा
अभियोजन पक्ष का कहना है कि उसने डायबिटीज की दवाई की जगह स्लैप थैरेपी इलाज को बढ़ावा दिया. ईस्ट ससेक्स की रहने वाली डेनियल को सुई लगाने का डर था और साथ ही वो शाकाहारी थी, इसलिए वो अपनी डायबिटीज की दवाई का दूसरा विकल्प ढूंढ रही थी.
2016 से शुरू हुआ था किस्सा
कोर्ट में बताया गया कि उस महिला ने सबसे पहले जुलाई 2016 में बुल्गारिया में जिओ नाम के शख्स के इलाज का सहारा लिया था. सर एटकिन्सन ने कहा, “यह एक ऐसा तरीका बताया जाता है जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों को थपथपाने और थप्पड़ मारने से शरीर की अंदरूनी समस्या से निजात पाया जा सकता है.”
वर्कशॉप में हुई थी शामिल
यह भी बताया गया कि जब डेनियल बुल्गारिया में हुई कार्यशाला में शामिल हुई, तो उसने अपना इंसुलिन लेना बंद कर दिया और बहुत बीमार हो गई, उसे उल्टी होने लगी और उससे बात करना मुश्किल हो गया. उसे ठीक होने से पहले फिर से इंसुलिन लेना शुरू करने के लिए मनाना पड़ा.
दवा लेना छोड़ा तो हुई समस्या
फिर अदालत में बताया गया कि डेनियल अक्टूबर में विल्टशायर होटल में आरोपी की कार्यशाला में गई थी. वह दोबारा अपनी डायबिटीज की दवा लेना भूल गई और बीमार हो गई. एटकिन्सन ने जूरी को बताया कि 71 साल की महिला की मौत जिओ द्वारा उसे डॉक्टरी मदद दिलाने में नाकाम रहने के चार दिन बाद हो गई.