सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस का श‍िकार हुईं Alka Yagnik, जानें इस दुर्लभ बीमारी के बारे में सबकुछ

Alka Yagnik became a victim of sensorineural hearing loss, know everything about this rare disease
Alka Yagnik became a victim of sensorineural hearing loss, know everything about this rare disease
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बॉलीवुड की जानी-मानी प्लेबैक सिंगर अलका याज्ञिक ने हाल ही में एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपनी सेहत के बारे में खुलासा किया है. इस पोस्ट में उन्होंने बताया है कि उन्हें एक दुर्लभ बीमारी ‘सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस’ हो गया है, जो अचानक हुए वायरल अटैक के कारण हुआ है. अलका याज्ञिक ने 90 के दशक में माधुरी दीक्षित से लेकर श्रीदेवी जैसी कई दिग्गज अभिनेत्रियों को अपनी आवाज दी है. इस मुश्किल दौर में उन्होंने अपने शुभचिंतकों से समर्थन और सहानुभूति की मांग की है.

सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस (SNHL) सुनने की एक ऐसी समस्या है, जिसमें कान के अंदर या ऑडिटरी नर्व को नुकसान पहुंचता है. यह नुकसान बाहरी कान में होने वाली समस्याओं से अलग है, जो आमतौर पर कान के मैल जमा होने या ईयरड्रम में चोट लगने के कारण होती हैं. आइए, इस लेख में हम सेंसोरिन्यूरल हियरिंग लॉस के कारणों और इलाज के बारे में बात करते हैं.

सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस के कारण
* अचानक तेज आवाज का संपर्क: तेज आवाज के संपर्क में आने से, जैसे कि विस्फोट या लगातार तेज संगीत सुनने से बालों के सेल्स को नुकसान पहुंच सकता है.
* उम्र बढ़ना: उम्र बढ़ने के साथ ही सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है, जिसे प्रेस्बाईक्यूसिस (presbycusis) के नाम से जाना जाता है.
* जेनेटिक कारण: कुछ लोगों को जन्म से ही सुनने में कमी की समस्या हो सकती है.
* चोट: सिर में चोट लगने से कान के अंदर या ऑडिटरी नर्व को नुकसान पहुंचा सकता है.
* बीमारी: कुछ बीमारियां, जैसे कि मेनियर रोग (Meniere’s disease) या कान का संक्रमण, भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं.

सेंसरिन्यूरल हियरिंग लॉस का इलाज
फिलहाल, सेंसरिन्यूरल हियरिंग लॉस का कोई स्थायी इलाज उपलब्ध नहीं है. हालांकि, कुछ उपचार सुनने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिनमें हियरिंग एड्स और कॉक्लियर इंप्लांट शामिल हैं.
* हियरिंग एड्स: हियरिंग एड्स बाहरी वातावरण से ध्वनि को बढ़ाकर सुनने में मदद करते हैं.
* कॉक्लियर इंप्लांट: गंभीर मामलों में, कॉक्लियर इंप्लांट नामक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग किया जा सकता है जो सीधे ऑडिटरी नर्व को प्रभावित करता है.