राजस्थान में सामने आया बड़ा जमीन घोटाला, 7 पटवारी और 1 गिरदावर सस्पेंड

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बीकानेर. बीकानेर के छतरगढ़ उपखंड में सरकारी जमीन से जुड़े बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है. जमीन घोटले के इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है. पूरा मामला सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने इस मामले में एक गिरदावर और 7 पटवारियों को सस्पेंड कर दिया है. पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. जांच में घोटाले की ओर भी परतें खुलने की संभावना जताई जा रही है. सरकारी जमीन का घोटाला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.

जानकारी के अनुसार इस संबंध में छतरगढ़ की वर्तमान तहसीलदार राजकुमारी ने केस दर्ज करवाया है. अधिकारी और कर्मचारियों के बाद अब करीब 52 किसानों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. पूर्व में यहां तहसीलदार, गिरदावर और पटवारी सहित खातेदारों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. जमीन घोटाले का यह मामला छत्तरगढ़ के सत्तासर से जुड़ा हुआ है.

हजारों बीघा के जमीन घोटाले मामले में अब तक दो अलग अलग FIR दर्ज हो चुकी है. इस पूरे मामले की जांच खाजूवाला पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार कर रहे हैं. मामले की परतें खुलने के बाद जिला कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लिया है. जिला कलेक्टर ने इस मामले में आज एक गिरदावर और 7 पटवारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने गिरदावर और पटवारियों को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं. कलेक्टर ने राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के नियम 13 (1) तहत किया इन कर्मचारियों को निलंबित किया है. बताया जा रहा है कि घोटाले में कई बड़े नाम भी शामिल हैं। जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर जिले में पूर्व में भी बड़ा जमीन घोटाला सामने आ चुका है. उस मामले में भी कई अधिकारी और कर्मचारी एक्शन की जद में आए थे. बीकानेर का वह जमीन घोटाला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहा था.