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पटना। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट पेपर लीक मामले में अब तक हुई जांच की विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में पांच मई को परीक्षा के दिन हुई पहली गिरफ्तारी से लेकर पिछले डेढ़ महीने में हुई कार्रवाई और जमा किए गए साक्ष्यों की जानकारी दी गई है। नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार चार परीक्षार्थियों समेत गिरफ्तार 13 आरोपितों के बयान की प्रति भी जांच रिपोर्ट में दी गई है, जिसमें आरोपितों ने परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र और उत्तर रटवाने का जिक्र किया है।
एनटीए से जुड़ी ये जानकारी भी दी
नीट परीक्षा में धांधली और पेपर लीक होने के प्रमाण के तौर पर छापेमारी में बरामद नीट परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड, बुकलेट और जले हुए प्रश्न-पत्र के अवशेष आदि की जानकारी भी साझा की गई है।
इसके अलावा पेपर लीक का मामला सामने आने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से किए गए पत्राचार और उनसे मिली सूचना की जानकारी दी गई है। सूत्रों के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय जांच रिपोर्ट की समिति रिपोर्ट का अध्ययन कर आगे का निर्णय लेगी।
तीन दिन पहले यूजीसी नेट भी हुई थी रद
इसके पहले 19 जून को केंद्र सरकार ने यूजीसी नेट परीक्षा भी रद कर दी थी। इसका पेपर पहले ही डार्क वेब पर लीक हो गया था, जिसके बाद इसे रद कर दिया गया। यह परीक्षा 18 जून को दो पाालियों में आयोजित हुई थी। इसे भी एनटीए ने आयोजित कराया था।
इस घटनाक्रम के बाद एनटीए सवालों के घेरे में हैं। नीट यूजी 2024 को लेकर भी एनटीए एजेंसी के खिलाफ काफी रोष है। वहीं, शनिवार रात को एनटीए के निदेशक सुबोध कुमार को पद से हटा दिया गया है। संभव है कि जांच आगे बढ़ते-बढ़ते अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई होगी।