जल्दबाजी में उत्तराखंड के पहाड़ घूमने का न बनाएं प्लान, सड़क हादसे में चली जाएगी जान; ऐसे रहें सावधान

Do not plan to visit the mountains of Uttarakhand in a hurry, you may lose your life in a road accident; be careful like this
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रुद्रप्रयाग: एक ओर चारधाम यात्रा सीजन में हाईवे पर वाहनों का रैला तो वहीं दूसरी ओर कम समय में ज्यादा सफर करना पूरी तरह असुरक्षित है। जल्दबाजी में पहाड़ घूमने का प्लान आपकी जान भी ले सकता है। पहाड़ों पर तेज रफ्तार से सड़क हादसों का खतरा बना रहता है। वीकेंड पर पहाड़ों में वाहनों का खासा दवाब बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में छह अलग-अलग सड़क हादसों में 20 यात्रियों की जान चली गई है, जबकि 40 लोग घायल हुए हैं। मैदानों में तपिश से निजात पाने के लिए सुकून पाने के लिए वीकेंड पर लोग योजना बनाकर पहाड़ों में घूमने आ रहे है।

इसके अलावा, केदारनाथ, बदरीनाथ समेत चारों धामों में दर्शन करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यूपी, दिल्ली, नोएडा, चंडीगढ़, हरियाणा जैसे महानगरों की भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय शांत और एकांत वादियों में घूमने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक और युवा पहाड़ पहुंच रहे हैं। एआरटीओ रुद्रप्रयाग प्रमोद कर्नाटक की माने तो अब बड़ी संख्या में युवाओं में वीकेंड पर घूमने का ट्रेंड चल पड़ा है। बड़ी दिक्कत यह है कि अब बिना समय देखे लोग 300 से 400 किलोमीटर दूर का सफर भी लोग एक ही दिन में पूरा करना चाहते हैं।

ऐसे में न तो चालक की नींद पूरी हो पा रही है और न ही चालक पूरी तरह आराम कर पा रहा है। जल्दबाजी में बनाए गए प्लान कई बार मुश्किलों में डाल रहे हैं। यदि पहाड़ आएं तो कुछ समय साथ लेकर आएं। सुरक्षित सफर के लिए पर्याप्त समय होना जरूरी है ताकि मंजिल तक आसानी और सुरक्षित तरीके से आया-जाया जा सके।

यात्रा सीजन में हाईवे पर रहता है ज्यादा खतरा

यात्रा सीजन में हाईवे पर ज्यादा खतरा रहता है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों का निरंतर चलना और वह भी ऐसे चालक जो बाहरी प्रदेशों के हैं। उन्हें पहाड़ में चलने का ज्यादा अनुभव नहीं रहता है ऐसे में दुर्घटना की अधिक संभावना बनी रहती है। इन दिनों बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री यमुनोत्री हाईवे पर काफी संभलकर चलने की जरूरत है ताकि दुर्घटनाओं से स्वयं भी बचा जा सके। वीकेंड पर पहाड़ आने का काफी प्रचलन बढ़ गया है। संबंधित लोग समय को नहीं देखते है। जल्दबाजी में सफर करने से दुर्घटना की अधिक संभावना बनी रहती है। अपने सफर को एक निर्धारित दूरी और विश्राम के लिए पर्याप्त समय देकर ही सफर करना उचित होगा। ऐसे में स्वयं भी सुरक्षित रहेंगे और सफर भी सुरक्षित होगा।
प्रमोद कर्नाटक, एआरटीओ रुद्रप्रयाग

24 घंटे के अंदर छह सड़क हादसों में 20 मौतें, 40 घायल
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में एक के बाद एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। चिंता की बात है प्रदेशभर में छह सड़क हादसों में 20 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि 40 लोग घायल हुए हैं। पौड़ी जिले में सबसे ज्यादा तीन गाड़ियां खाई में गिरीं हैं। देहरादून और हल्द्वानी में एक-एक कार खाई गिरी है। रुद्रप्रयाग जिले में सड़क हादसा सबसे ज्यादा भयावह साबित हुआ है। टेंपो ट्रैवलर के खाई में गिरने से 15 लोगों की र्ददनाक मौत हो चुकी है।

पहाड़ों पर ड्राइविंग में रखें यह सावधानी

-गाड़ी को हमेशा अपनी बाएं ओर ही चलाएं

-स्पीड लिमिट का जरूर ख्याल रखें

-मोड़ों पर हॉर्न अवश्य दें

-गाड़ी को लगातार चलाने से बचें

-दो-तीन घंटे के सफर के बाद आराम अवश्य करें

-सफर पर जाने से पहले गाड़ी की ब्रेक कए बार अवश्य जांच लें

-नींद की हल्की सी भी झपकी आने पर तुरंत ही गाड़ी को रोकें

-पहाड़ों पर ओवरटेक करते समय अत्यधिक सावधानी अवश्य रखें