गजब बिहार: बिना टेंडर के ही अधिकारियों ने बेच दिया 100 साल पुराना स्क्रैप!

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पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया से रेलवे इंजन के स्क्रैप (Railway engineer in Bihar sells steam engine) को गायब करने के बाद अब पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) में स्क्रैप बेचने का नया मामला सामने आया है. पशुपालन विभाग में एक 100 साल से अधिक पुराना लोहे का चदरा रखा था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बिना टेंडर के एक कबाड़ी वाले के हाथों 25000 रुपये में उस स्क्रैप को बेच दिया. जब कबाड़ी वाला आकर स्क्रैप काटने लगा तो लोगों ने इसका विरोध किया. तब वह कटा हुआ स्क्रैप छोड़ कर भाग गया. कबाड़ी वाले अजमल हुसैन ने कहा कि यहां के अधिकारी ने उससे बुलाकर 25000 रुपये में स्क्रैप को बेचने के लिए मूल्य तय किया था. एडवांस में 10000 रुपये भी उन्हें दिया गया था.

वहीं, जब जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह स्क्रैप बेच नहीं रहे हैं, बल्कि उसको कटवा कर बागवानी के लिए घेरा बना रहे हैं या उसको बगल में रखवा रहे हैं. जबकि स्क्रैप इतना भारी है कि उसे घेरा के लिए खड़ा रख पाना भी संभव नहीं है. ऐसे में कहीं ना कहीं बिना टेंडर स्क्रैप को बेचने की बात सही साबित होती है. हालांकि कटा हुआ स्क्रैप अभी भी वहीं है.

गौरतलब है कि 14 दिसंबर को पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से रेलवे के इंजीनियर राजीव रंजन झा द्वारा फर्जी पत्र के आधार पर काफी पुराना वाष्प इंजन का स्क्रैप कटवा कर रेलवे के स्टोर रूम में ले जाने के बजाय उन्हें मार्केट में बेच दिया गया. यह मामला काफी तूल पकड़ा है. इसके बाद फिर दोबारा पशुपालन विभाग में इसी तरह का मामला सामने आया है.

फर्जी लेटर दिखाकर इंजीनियर ने बेच डाला स्टीम इंजन
बता दें कि हाल ही में समस्तीपुर रेल मंडल में रेलवे के एक इंजीनियर ने फर्जी चिट्ठी दिखाकर पुराने स्टीम इंजन का स्क्रैप (Railway engineer in Bihar sells steam engine) बेच दिया था. मामले के खुलासे के बाद इस धोखाधड़ी में लिप्त इंजीनियर, हेल्पर और आरपीएफ (RPF ) के सब इंस्पेक्टर सस्पेंड को कर दिया गया है. . इस पूरी घटना में समस्तीपुर रेलवे डिवीजन (Samastipur Railway Division) के एक इंजीनियर ने मुख्य भूमिका निभाई है. इंजीनियर पर आरोप है कि उसने रेलवे के स्क्रैप को बेचने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे. इसके बाद इन दस्तावेज को दिखाकर रेलवे लोकोमोटिव इंजन को बेच दिया. इंजीनियर की करतूत सामने आने के बाद पूरे रेलवे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.