बिहार में चुनावी माहौल में गिरिराज सिंह ने फेंका नया पासा! हिंदुओं की आबादी से जुड़ी उस रिपोर्ट को जानिए

Giriraj Singh threw a new dice in the election atmosphere in Bihar! Know the report related to the population of Hindus
Giriraj Singh threw a new dice in the election atmosphere in Bihar! Know the report related to the population of Hindus
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पटना/बेगूसराय: केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे गिरिराज सिंह ने नया पासा फेंका है। वैसे, उनका ये फेवरेट टॉपिक भी रहा है। गिरिराज सिंह ने भारत में घटती हिंदुओं की आबादी को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस की तुष्टिकरण का नतीजा है। गिरिराज सिंह ने कहा, ‘1947 में हिंदुओं की आबादी 88 फीसदी और मुस्लिमों की 8 फीसदी थी। आज हिंदुओं की आबादी जहां 70 फीसदी के आसपास पहुंच चुकी है। वहीं, मुस्लिमों की आबादी 7 फीसदी से बढ़कर 12 फीसद के आसपास पहुंच चुकी है, लेकिन मैं कहता हूं कि ये 12 नहीं, बल्कि 20 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुकी है। ये हम सभी के लिए चिंता का विषय है। अगर समय रहते इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, तो आगामी दिनों में हम सभी को इसके दुष्परिणाम से गुजरना होगा।’

हिंदुओं की घटती आबादी पर बरसे गिरिराज
गिरिराज सिंह यहीं नहीं रूके, बीजेपी नेता ने कहा, ‘इन कांग्रेसियों ने देश को ‘धर्मशाला’ बनाकर रख दिया है, जहां कोई भी आकर रह रहा है। इस प्रवृत्ति पर रोक लगनी चाहिए। 1971 में बांग्लादेशी घुसपैठ आए, उस समय एक तरह से चारागाह बना लिया। कांग्रेसियों ने बिहार को रोहिंग्या मुस्लिमों का सबसे सुरक्षित ठिकाना बनाकर रख दिया। कांग्रेस ने इन सभी लोगों को अपने वोट बैंक के लिए पनाह दिया।’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अब कुछ लोग मुस्लिमों को आरक्षण देने की भी वकालत कर रहे हैं। कह रहे हैं कि हम सत्ता में आने पर मुस्लिमों को आरक्षण देने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। अगर ऐसा हुआ, तो आगामी दिनों में हिंदुओं के लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है। मुस्लिमों की आबादी में तेजी इस बात का संकेत है कि ये लोग भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने की कवायद में जुट चुके हैं।’

आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में क्या है?
दरअसल, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद की ओर से जारी किए एक अध्ययन रिपोर्ट में ये बताया गया है कि भारत में वर्ष 1950 से 2015 के बीच हिंदुओं की आबादी 7.82 प्रतिशत कम हो गई है। जबकि, इन्हीं वर्षों के दौरान देश में मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 1951 में हुई जनगणना के अनुसार, भारत में हिंदुओं की आबादी 84.68 प्रतिशत थी जो वर्ष 2015 में घटकर 78.06 प्रतिशत पर आ गई। यानी इस दौरान देश में हिंदुओं की आबादी में 7.82 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। जबकि, 1951 की जनगणना के अनुसार, देश में मुस्लिम आबादी 9.84 प्रतिशत थी जो 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई यानी 1950 से 2015 के बीच देश में मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई।

मुकेश सहनी ने पीएम पर दिया विवादास्पद बयान
वहीं, पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में वीआईपी चीफ मुकेश सहनी ने कहा कि जनसंख्या अगर घट रही है, तो मोदी को कहिए बढ़ाने के लिए, हम उसमें क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम हम दो, हमारे दो को मानते हैं, जिसे जनसंख्या बढ़ानी है, उनको किसी ने रोका नहीं है। हिंदुओं की जनसंख्या कम होने के विषय पर उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय नहीं है। मेरा मानना है कि परिवार जितना छोटा होगा, उतना सुखी होगा और जितना बड़ा होगा, उतनी परेशानी होगी। मुकेश सहनी ने कहा कि केवल बच्चों को पैदा कर छोड़ देना ठीक नहीं है, उनकी देखभाल जरूरी है।

इस बीच, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने आर्थिक सलाहकार समिति की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘इस पर किसी धर्म विशेष को टारगेट नहीं करना चाहिए।’ सम्राट चौधरी से मीडियाकर्मियों ने आर्थिक सलाहकार समिति की रिपोर्ट में हिंदुओं की घटती आबादी के बारे में सवाल किया गया था, जिस पर उन्होंने ये प्रतिक्रिया व्यक्त की।ई तो लाइनमैन ट्रांसफार्मर में कर गया फॉल्ट, गर्मी में बिजली न मिलने से तड़प उठे लोग