- रोज-रोज पति को जहरीली कॉफी पिला रही थी बीवी, पोल खुली तो उड़ गए होश - May 13, 2024
- भीड़ में तेज प्रताप को आया गुस्सा, RJD कार्यकर्ता को स्टेज से दे दिया धक्का, मीसा भारती ने ऐसे संभाला - May 13, 2024
- ‘कहते हैं पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं, अरे भाई हम उनको पहना देंगे चूड़ियां’, बिहार में मोदी का पलटवार - May 13, 2024
हल्द्वानी: उत्तराखंड में अगले कुछ महीनों में लोगों को जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. रजिस्ट्रार ऑफिस जमीनों की ऑनलाइन रजिस्ट्री का विकल्प देने की तैयारी कर रहा है. इससे न सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि आवागमन में पैसा भी खर्च नहीं होगा. अभी तक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए क्रेता-विक्रेता दोनों को रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचना होता है. दो-दो गवाह भी प्रस्तुत करने होते हैं. फिर डीड जमा की जाती है, इसके बाद कार्यालय में वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होती है.
निश्चित समय के बाद रजिस्ट्री मिलती है. लेकिन अब ग्राहकों को बिना रजिस्ट्रार कार्यालय आए यह सब काम हो सकेगा. बता दे कि प्रदेश के विभिन्न रजिस्ट्रार कार्यालयों में एक दिन में औसतन 1000 जमीनों की रजिस्ट्री होती हैं.
घर बैठे होंगे सब काम
सहायक उपमहानिरीक्षक निबंधक महेश द्विवेदी ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्री के विकल्प की सुविधा देने की तैयारी चल रही है. इसके तहत सॉफ्टवेयर तैयार करने का काम चल रहा है. इस सुविधा के तहत बिना कार्यालय आए रजिस्ट्री से जुड़ीं सभी प्रक्रियाएं मसलन स्टांप शुल्क जमा करना, आवेदन करना समेत अन्य प्रक्रियाएं पूरी होंगी. जो डीड होगी, उसको अपलोड करना होगा. व्यक्ति खुद कैसे डीड को तैयार कर सकता है, उसके बारे में भी जानकारी दी जाएगी. पंजीकरण कर सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद पंजीकृत व्यक्ति के पास ई-मेल पर रजिस्ट्री पहुंच जाएगी. इस व्यवस्था से पारदर्शिता बढ़ेगी और लोगों को सुविधा भी होगी.