बिहार में गर्मी का भयंकर तांडव, लू से एक दिन में 40 लोगों की मौत

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पटना। बिहार में भीषण गर्मी की वजह से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में गुरुवार को गर्मी का भीषण तांडव देखने को मिला। राज्यभर के विभिन्न जिलों में एक दिन में 40 से ज्यादा लोगों की लू से मौत हो गई। अकेले औरंगाबाद जिले में गुरुवार को कम से कम 15 लोगों ने हीटवेव की वजह से दम तोड़ दिया। मरने वालों में शिक्षक, रेलवे कर्मचारी और पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। बीते 24 घंटे के भीतर रोहतास जिले में 7, जहानाबाद में 7, कैमूर में पांच, सारण और बेगूसराय में भी एक-एक शख्स की जान गई। बुधवार को भी राज्यभर में 8 लोगों की लू की चपेट में आने से मौत हुई थी।

औरंगाबाद सदर अस्पताल में गुरुवार को आठ से अधिक मरीजों की लू की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं जिले के रफीगंज और मदनपुर में भी तीन-तीन लोगों की मौत हुई। आलम यह है कि मरीजों की संख्या बढ़ने से जिले के अस्पतालों में जगह नहीं है। सदर अस्पताल के महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र, एनआरसी के अलावा 20 अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं और सभी फुल हो चुके हैं।

रोहतास जिले में दो चुनाव कर्मी, दो रेलकर्मी और तीन रेलयात्री की मौत हो गई। चिकित्सकों के अनुसार सभी मौत का कारण हीटवेव एवं उमस भरी गर्मी है। कैमूर जिले मोहनियां में लू लगने से एक शिक्षक समेत 5 लोगो की मौत हो गई। मरने वालों में एक किसान, एक श्रमिक एवं दो बुजुर्ग शामिल हैं। शिक्षक चैनपुर में चुनाव ड्यूटी में योगदान करने के बाद मोटरसाइकिल से मोहनियां लौटे थे। घर पहुंचने पर उनकी तबीयत बिगड़ी। कुछ देर के बाद जब स्थिति खराब हुई तो उन्हें अस्पताल लाया गया ,जहां चिकित्सकों ने मृत्यु घोषित कर दिया।

वहीं, बेगूसराय के बलिया में तेज धूप व उमस भरी गर्मी से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान नगर परिषद क्षेत्र के लखमिनियां वार्ड 28 बभनटोली गांव निवासी स्वर्गीय रामाशीष सिंह के 36 वर्षीय पुत्र साकेत कुमार सिंह के रूप में की गई। मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उधर, बरबीघा में पांकपर गांव में 52 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका धनेश्वरी देवी और सारण के तरैया में ठेकेदार रामजी सिंह की मौत हो गई। हालांकि, दोनों की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

जहानाबाद में ट्रक ड्राइवर और मजदूर समेत 7 लोगों की मौत
जिले के विभिन्न स्थानों पर गुरुवार को भीषण गर्मी और हीट वेव ने काफी कहर बरपाया। तपती और उमस भरी गर्मी एवं लू की चपेट में आने से टिकारी (गया) के एक ट्रक ड्राइवर समेत सात लोगों की जान चली गई। इनके अलावा जहानाबाद पुलिस लाइन की एक महिला जमादार, चुनाव कराने आए सिक्कम के पांच पुलिस के जवान समेत करीब 50 लोग गर्मी और हिट वेव से बीमार हुए जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया। घोसी के सेरथुआ में एक शिक्षिका क्लास रूम में बेहोश होकर गिर गई।

मृतकों में ट्रक ड्राइवर श्याम सुंदर पांडे गया जिला के टिकारी अनुमंडल अंतर्गत चैता गांव के निवासी थे। मखदुमपुर के पलेया गांव के निवासी मजदूर दुलारचंद मांझी के अलावा नदौल के अरुण कुमार, मोकर गांव के रामनिवास शर्मा, रतनी के झरखा के देवेंद्र शर्मा, कसवां गांव के शंकर शर्मा और मखदुमपुर के ओमप्रकाश गुप्ता शामिल हैं। मृत मजदूर दुलारचंद मांझी के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगा सदर अस्पताल में हंगामा मचाया। हालांकि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर का कहना था कि वह पहले से लीवर की बीमारी से ग्रसित थे। परिजनों के अनुसार गर्मी की वजह से बेहोश होकर गिर गए। सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया, वहां मौत हो गई और मरने के बाद उन्हें चार इंजेक्शन लगाया गया।

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औरंगाबाद के ट्रक चालक की मखदुमपुर में मौत
मखदुमपुर में लू लगने से ट्रक चालक अरविंद प्रसाद उम्र 52 वर्ष की मौत हो गई। वह औरंगाबाद जिले की हसपुरा का रहने वाला था। एनएच बायपास निर्माण कार्य में काम कर रहा था। शाम को अचानक तबीयत खराब हो गई। उसके साथियों ने ट्रक से ही रेफरल अस्पताल मखदुमपुर लाया। इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। उसके साथियों ने इसकी सूचना उसके परिजनों को दी है।

बेगूसराय में अधिकारी और शिक्षक हुए बेहोश
बेगूसराय के मंसूरचक में गुरुवार को करीब 12 बजे विभिन्न स्कूलों के निरीक्षण के क्रम में बीआरपी चन्द्रभूषण चौरसिया बेहोश हो गये। वहीं, उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल महेशपुर में कम्प्यूटर शिक्षक प्रतीक कुमार कार्यालय में कार्य करते भीषण गर्मी से एकाएक बेहोश होकर गिर गए। जबकि उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल जोकिया में भी शिक्षक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार भीषण गर्मी के कारण बेहोश हो गए। सीवान के सिसवन में साइकिल सवार बेहोश हो गया।