प्रेग्नेंसी रोकने के लिए हर्बल दवा को मिला पेटेंट, महिलाओं को इस डर से मिलेगा छुटकारा

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नई दिल्ली: 10 साल लंबी रिसर्च के बाद महाराष्ट्र की रहने वाली सहायक प्रोफेसर डॉ. आशा भाउसाहेब कदम (सावंत) को गर्भधारण के लिए हर्बल फॉर्मूले को भारत सरकार से पेटेंट मिला है. विश्वसनीय दवा निर्माता कंपनी के सहयोग में यह दवा बाजार में उतारने की तैयारी है. ये दवा टैबलेट और लिक्विड दोनों रूप में उपलब्ध होगी.

परिवार नियोजन की दिशा में बड़ी कामयाबी
मीडिया की खबरों के अनुसार, आयुर्वेदिक तरीके से परिवार नियोजन की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है. गर्भधारण से बचाव के लिए जल्द ही सबसे सटीक नतीजे देने वाली हर्बल दवा उपलब्ध हो सकती है. महाराष्ट्र के रायगड जिले के कर्जत स्थित दादा पाटील महाविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ. आशा भाउसाहेब कदम (सावंत) ने ये फॉर्मूला तैयार किया है.

डॉ. कदम ने बताया कि उनका फॉर्मूला वैज्ञानिक कसौटी पर जांचा-परखा गया है. चूहों पर इसका परीक्षण हुआ तो उसमें 100 फीसदी सफलता मिली. इसके बाद इस दवा का परीक्षण महिलाओं पर किया गया जिसमें सक्सेस रेट काफी अच्छी रही. उनके नाम से 21 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं.

डॉ. कदम ने बताया कि औषधि का फॉर्मूला 100 फीसद हर्बल है. औषधीय पौधों के सत्व से यह तैयार किया गया है. ज्यादातर आदिवासी महिलाएं इन पौधों के बारे में जानती हैं और वे इनका इस्तेमाल भी करती हैं. विस्तृत अध्ययन के बाद फॉर्मूला तैयार किया. पौधों के पत्तों, छाल, बीज आदि को मिला कर हमने फॉर्मूला तैयार किया. इसके बाद मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के नेशनल टॉक्सिकोलॉजी सेंटर (पुणे) में जमा किया. जांच के बाद इसे मंजूरी मिल गई. 18 फरवरी को पेटेंट मिला है.
महिलाओं पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा

यह दवा वनौषधियों से तैयार होगी और महिलाओं पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा. गर्भ धारण से बचने के लिए रोजाना एक बार दवा खानी होगी. महीने में 21 दिन इसका सेवन करना होगा, चाहें तो हर दिन दवा ले सकते हैं. केमिकल आधारित दवाओं से काफी साइड इफेक्ट होता है.