कैसे झेल पाएंगे राकेश टिकट योगी आदित्यनाथ का यह वार, किसानों को..

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लखनऊ। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर करीब एक साल से दिल्‍ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में संयुक्‍त किसान मोर्चा का आंदोलन चल रहा है। किसान मोर्चा ने अपनी मांगों के समर्थन में सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया है। किसान नेता राकेश टिकैत दिल्‍ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर धरने का नेतृत्‍व करेंगे। वहीं, भारत बंद से ठीक एक दिन पहले यूपी सरकार ने गन्‍ना किसानों को खुशखबरी दे दी है। रविवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने गन्‍ने का दाम 325 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया। गन्‍ने का भाव 25 रुपये बढ़ाकर योगी सरकार ने राकेश टिकैत के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।

गौरतलब है कि राकेश टिकैत समेत पश्चिमी यूपी के किसान लगातार हरियाणा की तरह गन्‍ने का मूल्‍य बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा में गन्‍ने का दाम 362 रुपये प्रति क्विंटल है। ऐसे में योगी सरकार ने 350 रुपये रेट कर काफी हद तक किसानों को संतुष्‍ट कर दिया है। उत्‍तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राकेश टिकैत बीजेपी सरकार को पूरी तरह से घेरना चाहते थे। किसानों के मुद्दों को लेकर यूपी सरकार पर लगातार हमलावर रहे राकेश टिकैत क्‍या मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का ये वार झेल पाएंगे? क्‍या उनका पॉलिटिकल प्‍लान फेल हो जाएगा? इन सवालों के जवाब सोमवार को भारत बंद के माहौल से लोगों को पता चल जाएगा।

टिकैत की सभी योजनाओं पर फिर गया पानी!
बता दें कि पंजाब में गन्‍ना किसानों को 360 रुपये प्रति क्विंटल तो हरियाणा में 362 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाता है। राकेश टिकैत इन राज्‍यों का हवाला देते हुए लगातार योगी सरकार से गन्‍ना किसानों को ज्‍यादा पैसे देने के लिए कह रहे थे। ऐसा न करने उन्‍होंने आर-पार की लड़ाई लड़ने की भी धमकी दे डाली थी। टिकैत ने प्‍लान बनाया था कि यूपी चुनावों के समय वह योगी सरकार के खिलाफ धरन-प्रदर्शन और रैलियां कर किसानों को एकजुट करेंगे। लेकिन, गन्‍ना मूल्‍य पर योगी सरकार के ताजा फैसले से उनकी योजना पर पानी फिरता दिख रहा है। सबसे अधिक गन्‍ने की खेती पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में ही होती है। यह वह इलाका है जहां पिछले दो लोकसभा और एक विधानसभा चुनावों में बीजेपी पर लोगों ने खूब प्‍यार बरसाया था। खुद टिकैत भी किसान आंदोलन से पहले बीजेपी के समर्थक रहे थे।

मेरठ, गाजियाबाद और हापुड़ में सड़कें की जाएंगी जाम
भारत बंद के दौरान किसान गाजियाबाद, मेरठ और हापुड़ में मुख्य सड़कों को जाम करेंगे। गाजियाबाद में मोदीनगर, डासना हापुड़ रोड, मेरठ रोड दुहाई में किसान प्रदर्शन करेंगे। मेरठ के सकोती, जाटौली और जंगेठी, पुठ नहर, भुनी चौराहा, बहसूमा, छोटा मवाना, किला गढ़ रोड तिराहा पर प्रदर्शन की तैयारी है। हापुड़ में सिंभावली, गढ़मुक्तेश्वर, पड़ाव- मेरठ-बुलंदशहर रोड, निकट हाफिजपुर थाना और काली नदी और मेरठ हापुड़ रोड पर किसान प्रदर्शन करेंगे।

पंजाब में रोकेंगे रेल, विपक्षी दलों ने किया समर्थन
किसान संगठन भारत बंद के दौरान सुबह 6 बजे शाम 4 बजे तक सभी रेलवे ट्रैक को पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस तरह पंजाब में रेल यातायात पूरी तरह ठप करने की योजना किसानों ने बनाई है। संयुक्त किसान मोर्चा में पंजाब के बड़े नेता अलग अलग जगहों पर धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। कई राजनीतिक दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, राष्‍ट्रवादी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत लेफ्ट दलों ने भारत बंद का समर्थन किया है।