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हम सब जानते हैं कि महिला के बिना यह दुनिया अधूरी है, इस वजह से इस संसार में होना उनका बहुत ही आवश्यक है। कहा जाता है कि महिलाओं को पहचानन बहुत ही मुश्किल है, क्योंकि उसके कई रूप है। ईश्वर ने महिलाओं में कई ऐसे गुण दिए हैं जिसकी वजह से उसकी एक अलग पहचान है।
इसके अलावा बहुत सारी महिलाओं में कई अवगुण भी पाए जाते हैं जो उनके आसपास के लोगों के लिए कई बार खतरा साबित हो जाता है। आचार्य चाणक्य अपनी नीति में उन महिलाओं की पहचान करने के बारे में भी जिक्र किया है जो चरित्रहीन है तो चलिए अब हम इसके बारे में जानते हैं।
1. एक से अधिक पुरुषों के साथ संबंध बनाना
हमारे समाज में कुछ ऐसी महिलाएं भी है जो एक से अधिक पुरुषों के साथ संबंध बनाने से थोड़ा भी संकोच नहीं करती है। चाणक्य इस तरह की महिलाओं को चरित्रहीन कहते हैं, क्योंकि उसकी वजह से समाज पर बुरा असर पड़ता है। यही कारण है कि ऐसी महिलाओं से पुरुषों को बचकर रहने की सलाह दी जाती है।
2. पैर का पिछला भाग अधिक मोटा होना
जिस महिला के पैर का पिछला भाग बहुत ज्यादा मोटा होता है वो भी चरित्रहीन होती है। इसके अलावा वो जिस घर में रहती है उस के लिए अशुभ माना जाता है। वहीं जिन महिलाओं के पैर का पीछा हिस्सा सूखा तथा अधिक पतला होता है वो हमेशा किसी न किसी बीमारी ग्रसित रहती है।
3. ललाट या माथा ज्यादा लंबा होना
आचार्य चाणक्य अपनी नीति में कहते हैं कि जिस महिला की ललाट या माथा बहुत ज्यादा लंबा है वो भी चरित्रहीन हो सकती है। इसके अलाव जिन स्त्री की पेट लंबी तथा कमर के नीचे का हिस्सा भारी होता है वो अपने परिवार के लिए अशुभ मानी जाती है।
4. बहुत ज्यादा गुस्से वाला स्वाभाव का होना
गुस्सा लगभग हर इंसान के अंदर होता है, लेकिन किसी में कम तो कुछ में बहुत ज्यादा होता है। अगर कोई महिला हद से ज्यादा गुस्से वाली स्वाभाव की है तो उसके चरित्र पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि वो पुरुषों को कभी भी धोखा दे सकती है।
5. कनिष्ठा उंगली धरती से न छूना
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिस महिला के पैर की कनिष्ठा उंगली धरती से नहीं छूती है तो ऐसे स्त्री चरित्रहीन हो सकती है और उसके उपर विश्वास नहीं किया जा सकता है। क्योंकि इस तरह की महिला कभी भी अपना चरित्र बदल लेती है और इसमें उन्हें थोड़ा भी संकोच नहीं होता है।