कांग्रेस सत्ता में आई तो कौन होगा उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री , हरीश रावत के बयान से गर्माया मुद्दा

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देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और आगामी 10 मार्च को अन्य 4 राज्यों के साथ देवभूमि के चुनाव परिणाम घोषित होंगे । सियासी दलों ने अपनी जीत का दावा किया है । इस बीच कांग्रेस ने दावा किया है कि इस बार उत्तराखंड की जनता ने हमें सत्ता में लाने का सोचा है । हमें भरपूर समर्थन मिला है । हालांकि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो पार्टी किसे मुख्यमंत्री पद पर बैठाएगी , इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं । हालांकि पार्टी नेताओं की बयानबाजी से कांग्रेस के भीतर जारी गतिरोध सामने नजर आ रहा है । राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रचार समित के अध्यक्ष हरीश रावत के बयान के बाद अब नेता प्रतिपक्ष और सांसद ने भी इस बारे में अपने बयान दिए हैं ।

असल में राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री पद के लिए खुलकर हरीश रावत के नाम का ऐलान किया है । टम्टा का कहना है कि लड़ाई में जो सेनापति होता है, हार और जीत की ज़िम्मेदारी उसी की होती है । इस चुनाव में कांग्रेस के कमांडर इन चीफ हरीश रावत थे और हैं । कांग्रेस जीतकर सरकार बना रही है, तो ताज भी उनके सिर पर ही सजेगा । मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस में कोई विवाद है कि हरीश रावत के अलावा कोई और विकल्प हो भी सकता है।’

हालांकि इससे इतर उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि सीएम के पद पर फैसला हाईकमान लेगा । वहां से आए फैसले को सब स्वीकार करेंगे । प्रीतम सिंह ने खुद को पार्टी का सिपाही बताते हुए यह भी कहा कि मैंने अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाया है । उनका कहना कि इस बार कांग्रेस 40 से 45 सीटें जीतकर बहुमत हासिल करेगी और सरकार बनाएगी ।

बता दें कि हरीश रावत ने हाल में पार्टी को 48 सीट मिलने का दावा किया । उन्होंने कहा था – या तो हरीश रावत मुख्यमंत्री बनेगा या घर बैठेगा । इस बयान के बाद से ही उत्तराखंड कांग्रेस में सीएम के नाम को लेकर ​उठापटक शुरू हो चुकी है ।

इसके पहले हरीश रावत ने दिसंबर में भी राजनीति से संन्यास लेने के मन की बात कही थी और तब हाईकमान ने साफ तौर पर चुनाव की कमान रावत को सौंप दी थी । बहरहाल , आगामी 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आएंगे , जिसमें सभी नेताओं के दावों की सच्चाई सामने आएगी । इस दौरान जहां कुछ के सपने साकार होंगे तो कुछ के सपने टूटेंगे भी ।