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भोपाल: लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को मध्यप्रदेश में सबसे बड़ी शिकस्त मिली। सभी 29 सीटें हारने के बाद PCC चीफ जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए की मांग तेज है। कांग्रेस के ही कई बड़े नेता पटवारी को हटाने के लिए एमपी से दिल्ली तक आवाज बुलंद कर रहे हैं। कांग्रेस खेमे में मची बदलाव की सुगबुगाहट के बीच राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार ने बड़ी भविष्यवाणी की है। सट्टा बाजार के नए दावे के मुताबिक, कांग्रेस अगर जीतू को PCC पद से हटाती है तो एमपी कांग्रेस अध्यक्ष किसे बनाया जा सकता है? जानिए सट्टा बाजार का चौंकाने वाला दावा क्या कहता है?
अजय सिंह को अध्यक्ष बनाने की चर्चा
सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी के मुताबिक, विंध्य के नेता पटवारी को हटाने की आवाज उठा रहे हैं। चर्चा है कि पार्टी के कई बड़े नेता पटवारी के स्थान पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई एवं पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी जीतू पटवारी द्वारा एकतरफा लिए जा रहे संगठनात्मक निर्णयों पर आपत्ति लेते हुए उन्हें सभी को साथ लेकर चलने की समझाइश दी थी।
जीतू ने खुद ली हार की जिम्मेदारी
सट्टा बाजार के मुताबिक, जीतू पटवारी ने लोकसभा में हुई पराजय की जिम्मेदारी लेते हुए केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष प्रदेश अध्यक्ष पद से त्यागपत्र का प्रस्ताव रखा था, लेकिन जीतू कतई नहीं चाहते कि नेतृत्व उन्हें PCC पद से हटाए। सट्टा किंग का दावा है कि त्यागपत्र का प्रस्ताव मात्र संगठन और मीडिया में नैतिक संदेश देने भर का था। पार्टी नेतृत्व ने उनका त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया है, लेकिन पार्टी से उनके खिलाफ अंदरूनी आवाजें ऊंची होती रहीं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को निश्चित ही उनके दायित्व परिवर्तन को लेकर विचार करना पड़ सकता है।
ये नेता लगा रहे PCC पद के लिए जोर
सट्टा किंग के मुताबिक, कांग्रेस के सियासी खेमे में चर्चा है कि अजय सिंह ‘राहुल’ के लिए उनके समर्थक सक्रिय हुए हैं। विवेक तन्खा बयानों के माध्यम से अपनी मंशा स्पष्ट कर चुके हैं। अरुण यादव भी अपने स्तर पर प्रयासरत हैं। पार्टी के तीन बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया अपने पुत्र को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी दिलाने के लिए दिल्ली में जोर लगा रहे हैं।
विक्रांत को जीतू ने पद से हटाया
बता दें कि दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह पूर्व मंत्री और वर्तमान में विधायक हैं, जबकि कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ पूर्व सांसद और कांतिलाल भूरि के पुत्र विक्रांत भूरिया विधायक हैं। विक्रांत को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया है।
दोनों पूर्व सीएम भी नाराज
सट्टा किंग का दावा है कि जीतू पटवारी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की उनसे दूरियां स्पष्ट नजर आ रही हैं। कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव में खुद को छिंदवाड़ा तक ही सीमित रखा। चर्चा है कि पटवारी के खिलाफ मुखर होती संगठनात्मक ताकतों को इन दोनों नेताओं का मौन समर्थन नजर आ रहा है।
पटवारी प्रदेश कार्यकारिणी नहीं कर पाए गठित
सट्टा किंग के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद छह माह से अधिक समय में जीतू पटवारी अपनी प्रदेश कार्यकारिणी गठित नहीं कर सके हैं। अधिकांश जिलों की इकाईयां भी पुरानी ही काम कर रही हैं। प्रदेश और जिलों में जो भी नियुक्तियां की जा रही हैं, उनमें पटवारी न तो वरिष्ठ नेताओं से सुझाव ले रहे हैं और न ही उनकी अनुशंसाओं पर विचार कर रहे हैं। पटवारी की एकला चलो नीति से पार्टी के
प्रदेश के सभी बड़े नेता उनके विरुद्ध एकजुट होते नजर आ रहे हैं।