रोहतक: हरियाणा में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन (India Alliance) में सब कुछ ठीक नहीं है. कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच में तकरार देखने को मिल रही है. यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि, ‘इंडिया गठबंधन’ के सहयोगियों के तेवर बयां कर रहे हैं.
दरअसल, आम आदमी पार्टी के कुरुक्षेत्र से उम्मीदवार रहे और प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सुशील गुप्ता ने कहा कि अगर हरियाणा में हमारा सहयोग नहीं होता तो आज नतीजे ऐसे नहीं होते जैसे आए हैं. उनका सीधे तौर पर कांग्रेस की तरफ इशारा था. लोकसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन और भाजपा को पांच-पांच सीटें मिली हैं. इस पर गुप्ता ने कहा कि बहुत सी सीटें ऐसी हैं, जो बहुत कम मार्जिन से जीती गई हैं. अगर हमारा सहयोग नहीं होता तो नतीजा कुछ और होता.
रोहतक स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए डॉ सुशील गुप्ता ने खुलकर कहा कि कुरुक्षेत्र में उनके साथ कोई भीतरघात नहीं हुआ. सभी गठबंधन के सहयोगियों ने उनका सहयोग किया. हालांकि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा के बयान पर कहा कि वे इसका जवाब दे चुके हैं.
विधानसभा चुनाव में गठबंधन पर क्या बोले गुप्ता
अनुराग ने आरोप लगाया था कि कुरुक्षेत्र में ‘आप’ उम्मीदवार के साथ कांग्रेस नेताओं ने भीतरघात किया है. हालांकि गुप्ता ने अनुराग के बयान पर टिप्पणी तो नहीं की, लेकिन इतना जरूर कहा कि अगर हम सहयोग नहीं करते तो प्रदेश में नतीजे कुछ और होते. हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा या पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी, इस सवाल पर गुप्ता ने कहा कि यह फैसला हाई कमान करेगा लेकिन हम बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. हाई कमान जो भी आदेश देगा उसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. गुप्ता ने आरोप लगाया कि इनेलो पार्टी भाजपा के इशारे पर कुरुक्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए आई थी. पूरे प्रदेश में उनका सूपड़ा साफ हो चुका है और यही हालत जेजेपी की हुई है. इन दोनों पार्टियों से ज्यादा आम आदमी पार्टी को प्रदेश में वोट मिले हैं.
दीपेंद्र हुड्डा के बयान के बाद गर्माई सियासत
दरअसल, रोहतक से जीते कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हाल ही में बयान दिया था कि आम आदमी पार्टी के साथ उनका गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही था. वैसे दिल्ली में गठबंधन करने से आम आदमी को फायदा नहीं हुआ और इसी कारण दोनों पार्टियों में तकरार बढ़ गई है और बयानबाजी शुरू हुई है.
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