जयपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को राजस्थान की बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर बड़ा रोचक घटनाक्रम देखने को मिला। कांग्रेस ने रविवार रात को बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के लिए छोड़ने का फैसला किया था।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को राजस्थान की बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर बड़ा रोचक घटनाक्रम देखने को मिला। कांग्रेस ने रविवार रात को बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के लिए छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर को अपना नामांकन वापस लेना था, लेकिन अरविंद डामोर ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। इसके बाद कांग्रेस ने बड़ा एक्शन लेते हुए अरविंद डामोर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
बता दें कि कांग्रेस ने रविवार को बासंवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट और बागीदौरा विधानसभा सीट पर उप-चुनाव के प्रत्याशी के नाम वापसी का ऐलान कर भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही दोनों प्रत्याशी अचानक और रहस्यमयी ढंग से गायब हो गए। दोनों प्रत्याशी कहां ‘लापता’ हो गए किसी को कोई खबर नहीं लगी। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर का फोन देर रात से स्विच ऑफ बता रहा है।
‘लापता’ प्रत्याशी का मैसेज
लोकसभा चुनाव के लिए घोषित कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर भले ही व्यक्तिगत रूप से देर रात से लापता हैं, लेकिन उन्होंने वर्चुअल रूप से एक संदेश ज़रूर जारी किया है। डामोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लिखा, ‘कांग्रेस की आस भरोसा, आत्मसम्मान जिंदा रखने की लड़ाई है। लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। हमारे नेता राहुल गांधी के न्याय यात्रा की लड़ाई है। लड़ेंगे और जीतेंगे।’
बांसवाड़ा सीट पर रोचक हुआ चुनाव
इस घटनाक्रम के बाद अब बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर चुनाव रोचक हो गया है। कांग्रेस भले ही अपने उम्मीदवार का प्रचार न करे, लेकिन उसका प्रत्याशी मैदान में रहेगा। इस वजह से इस सीट पर भाजपा के महेंद्रजीत सिंह मालवीया, बीएपी के राजकुमार रोत और कांग्रेस के अरविंद डामोर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा।