जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को बजट भाषण पढ़ते वक्त कुछ अंश पिछले साल के बजट से पढ़ दिए थे। जब गहलोत को यह पता चला कि वो गलत भाषण पढ़ रहे हैं तब उन्होंने माफी मांगी थी। गहलोत से हुई इस गलती पर कई राजनीतिक दलों ने उनपर निशाना साधा। वहीं, अब सीएम गहलोत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि दौसा में पीएम मोदी और संसद में निर्मला सीतारमण ने राज्य विधानसभा में पुराने बजट को पढ़ने की बात की। यह एक गलती थी और इसे सुधार लिया गया लेकिन राजस्थान का देश भर में अपमान हुआ।
बता दें कि पीएम मोदी ने गहलोत से हुई इस गलती पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस के पास ना ही विजन है और ना ही उसकी बातों में कोई वजन रह गया है। इसके बाद सीएम गहलोत ने आज राजस्थान के बजट को एक ‘मॉडल’ बजट बताया है। वहीं, सीएम अशोक गहलोत ने बीबीसी पर आयकर विभाग के छापों पर मोदी सरकार की आलोचना की है। सीएम गहलोत ने कोटा में मीडिया से रूबरू हुए सीएम गहलोत, कहा-सभी एजेंसियों को निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए, लेकिन एजेंसियों को भी दबाव में काम करना पड़ रहा रहा है।
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि उन्होंने मात्र 34 सेकंड्स के अंदर ही अपनी गलती सुधार ली थी। साथ ही यह भी दावा किया कि भाजपा ने राज्य में उनके सरकार के प्रदर्शन को दबाने की कोशिश की है। गहलोत ने कहा कि मैं बजट की एक कॉपी प्रधानमंत्री को भी भेजना चाहूंगा। उन्हें इसे देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को देना चाहिए। उन्हें एहसास होगा कि हमारा बजट एक मॉडल बजट है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपने बजट में सभी वर्गों और परिवारों का ख्याल रखा है।