कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहाकि वह मंगलवार को इस्तीफा दे देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहाकि वह अब राजनीति में जाएंगे। राज्य में शिक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय के फैसलों ने राजनीतिक बहस छेड़ दी। जानकारी के मुताबिक जस्टिस गंगोपाध्याय इसी साल अगस्त में रिटायर होने वाले थे। वह ममता सरकार की नीतियों के खिलाफ फैसले देने के लिए जाने जाते हैं। साल 2022 से ही जस्टिस गंगोपाध्याय टीएमसी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर महत्वपूर्ण फैसले देते रहे हैं। बंगाल के स्कूलों में नौकरी का मुद्दा भी इनमें से एक था।
राजनीति में जाएंगे
जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहाकि वह राजनीति की राह अख्तियार करेंगे। साथ ही टीएमसी के ऊपर तल्ख टिप्पणियां कीं। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी को शुक्रिया अदा किया, जिसके चलते उन्हें यह फैसला लेने में आसानी रही। उन्होंने कहाकि वह अपना इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया के सभी सवालों के जवाब देंगे। उन्होंने रविवार को यहां अपने आवास के बाहर कहाकि मैं मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद से इस्तीफा दे दूंगा। इसकी प्रतियां भारत के प्रधान न्यायाधीश और कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजी जाएंगी।
जज के रूप में कुछ भी नया करने को नहीं
जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहाकि मुझे महसूस होता है कि एक जज के रूप में मेरे लिए अब कुछ भी नया करने को नहीं रह गया है। एबीपी आनंदा को बंगाली में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहाकि जिस तरह का काम कोर्ट में मैं करता आया हूं, उसका समय खत्म हो चुका है। अब मुझे एक बड़ी दुनिया में प्रवेश करता है। मुझे लोगों के लिए काम करना है। उन्होंने कहाकि केवल वे लोग जो मुकदमा चलाना चाहते हैं, कोर्ट में आते हैं। बाहर कई दुर्भाग्यशाली लोग हैं। गौरतलब है कि जॉब स्कैम मामले के दौरान टीवी पर टिप्पणियों के लिए जस्टिस गंगोपाध्याय को सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी भी झेलनी पड़ी थी।