अभी अभीः चुनाव खत्म होते ही महंगी हुई सीएनजी, 120 रुपये किलो, मचा हाहाकार

इस खबर को शेयर करें

नागपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) वाहनों में सीएनजी (CNG) के इस्तेमाल पर जोर देते रहे हैं। लेकिन उनके गृहनगर नागपुर में सीएनजी की कीमत पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) से ऊपर पहुंच गई है। शहर में सीएनजी की कीमत 120 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है जबकि डीजल की कीमत 92.51 रुपये और पेट्रोल की कीमत 109.75 रुपये प्रति लीटर है।

नागपुर में सीएनजी की कीमत देश में सबसे अधिक है। एक दौर में इसे पेट्रोल-डीजल के मुकाबले सस्ता माना जाता था लेकिन अब कम से कम नागपुर में ऐसा नहीं रह गया है। कीमतों में बढ़ोतरी के अलावा नागपुर में इसकी कमी भी हो गई है। शहर में केवल Rawmatt Industries ही सीएनजी स्टेशन चलाती है।कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलएनजी की कीमत में तेजी के कारण सीएनजी की कीमतों में तेजी आई है। अधिकारी ने कहा कि हरियाणा की एक कंपनी ने नागपुर में सीएनजी की सप्लाई का टेंडर जीता है। कुछ ही दिनों में शहर में सीएनजी की कीमत घटकर 70 से 80 रुपये तक आ जाएगी।

क्यों बढ़ रही कीमत
सूत्रों के मुताबिक Rawmatt गुजरात के दाहेज से एलएनजी ट्रांसपोर्ट करती है। इसके बाद कंपनी इसे सीएनजी में बदलती है। लेकिन दुनियाभर में एलएनजी संकट के कारण इसकी कमी हो गई है और कीमतों में इजाफा हुआ है। सीएनजी की कमी के कारण कंपनी को बिक्री में कटौती करनी पड़ी है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने तीन आपली बसों (Aapli Bus) ऑपरेटर्स को सीएनजी देने से मना कर दिया। इससे नागपुर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को 70 सीएनजी बसों के परिचालन में कटौती करनी पड़ी।

शहर में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी से ऑटोरिक्शा ड्राइवर भी परेशान हैं। जमशेद शेख ने कहा कि सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इसमें फिलहाल कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। शेख ने कहा, ‘मैंने 2020 में अपने ऑटोरिक्शा को सीएनजी में बदला था लेकिन अब मुझे लगता है कि मैंने बहुत बड़ी गलती की। सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी से हमारी कमाई पर असर पड़ा है।’