बिहार में महागठबंधन सरकार की ‘महा परीक्षा’ आज, इस्तीफे से इनकार के बाद स्पीकर पर जारी है घमासान

Mahagathbandhan government's 'Maha Pariksha' in Bihar today, after refusing to resign, the ruckus continues on the speaker
Mahagathbandhan government's 'Maha Pariksha' in Bihar today, after refusing to resign, the ruckus continues on the speaker
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पटना: बिहार में हुई सियासी उठापटक के बीच आज महागठबंधन सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है। फ्लोर टेस्ट में नीतीश कुमार आसानी से बहुमत पा लेंगे, क्योंकि उन्हें 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस बीच बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा पर घमासान मचा हुआ है। मंगलवार को विजय सिन्हा ने साफ कर दिया है कि वे स्पीकर पद से हटने वाले नहीं हैं। ऐसे में साफ है कि फ्लोर टेस्ट विजय कुमार सिन्हा ही करवाएंगे। बिहार विधानसभा की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार, विधानसभा में पहले फ्लोर टेस्ट होगा। इसके बाद स्पीकर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा।

विजय सिन्हा ने बढ़ा दी टेंशन
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को साफ कर दिया कि वे अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का जो नोटिस सभा सचिवालय को दिया गया है, उसमें संवैधानिक नियमों और प्रावधानों की अनदेखी की गयी है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष सिन्हा ने कहा कि सरकार का काम पहले होगा, यही नियम है और यही परंपरा है। सरकारी कार्य के बाद अन्य कार्य लिए जाएंगें। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि वे इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सदन की बात सदन में करेंगे। ऐसी स्थिति में साफ है कि सत्र हंगामेदार होगा।

विधानसभा के अध्यक्ष पद के दायित्व से बंधे हुए हैं
उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस जो सभा सचिवालय से प्राप्त हुआ है वह नियम, प्रवधान की स्पष्ट अनदेखी की गई है तथा संसदीय शिष्टाचार का भी पालन नहीं किया गया है। इस कारण इसे अस्वीकृत कर दिया गया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ व्यवस्था नहीं है। विगत दिनों सत्ता को बचाए रखने के लिए जो कुछ भी हुआ उसपर इस समय कुछ भी कहना उचित नहीं, लेकिन इस क्रम में विधायिका की प्रतिष्ठा पर जो प्रश्न खड़ा किया गया है, उस पर चुप रहना अनुचित है। अध्यक्ष संसदीय नियमों तथा परंपराओं का संरक्षक है। यह केवल पद नहीं बल्कि एक न्यास का अंगरक्षक है। विजय सिन्हा ने कहा कि वह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के दायित्व से बंधे हुए हैं।

लोकतंत्र की गरिमा को सुरक्षित रखना है
उन्होंने कहा कि मेरे लिए व्यक्तिगत सम्मान से ऊपर लोकतंत्र की गरिमा को सुरक्षित रखना है। यह विधानसभा का अध्यक्ष होने के नाते मेरा कर्तव्य भी है। उल्लेखनीय है कि अध्यक्ष के समर्थन में भाजपा के 76 सदस्य हैं, जबकि सत्ता पक्ष के 164 विधायक उनके खिलाफ एकजुट हैं। इधर, विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने कहा कि अध्यक्ष को नैतिकता का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसके विरूद्ध में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है वह आसन पर नहीं बैठ सकता है। उन्होंने कहा कि सदन अंकों का खेल है

डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी के बिगड़े बोल
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के फैसले में डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी सवाल उठाए हैं। इस दौरान उन्होंने आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर विजय सिन्हा को इस्तीफा दे देना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि अगर कोई पागल कुत्ता काट लेता है तो हम उसे उलट कर काट नहीं सकते, बल्कि इलाज करा सकते हैं।

बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक
वहीं, मंगलवार को ही विधानसभा सत्र को लेकर बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक हुई। बैठक में सभी विधायक और सभी विधान पार्षद शामिल हुए। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री की मौजूदगी में यह बैठक हुई। हालांकि इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा नहीं हुई। बिहार विधानसभा में महागठबधन सरकार को कैसे घेरा जाए, इस पर चर्चा जरूर हुई। बैठक खत्म होने के बाद नवल किशोर यादव ने कहा कि विधानमंडल की कार्यवाही जरूरी है, नेता जरूरी नहीं है। हमारे पास नेता की कमी नहीं है। दोनों सदन में हमारे नेता मौजूद हैं। सही समय आने पर सभी चीजों को सामने रखा जाएगा। वहीं, बिहार विधानसभा स्पीकर के इस्तीफे के सवान उन्होंने कहा कि जो लोग ज्यादा नैतिकवान हैं, वो नैतिकता अपने पास रखें। जब अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है तो उन्हें चिंता क्यों है और इस्तीफा क्यों मांग रहे हैं। जो भी होगा सदन में होगा। मंगलवार को हमलोग स्पीकर विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में सदन में प्रवेश करेंगे।

पीके बोले ‘देखिए अभी कितनी बार पलटेगी सरकार’
आरजेडी कोटे से अवध बिहारी चौधरी बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष
मंगलवार को राबड़ी आवास पर आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक हुई तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पार्टी के सभी विधायक और पदाधिकारी मौजूद रहे। आरजेडी ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए अवध बिहारी चौधरी के नाम की घोषणा की है। वहीं, बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सभी विधायकों को आज सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। साथ ही ये भी कहा है कि मीडिया के सवालों का जवाब कोई और नहीं देगा। इससे साफ हो गया है कि विधानसभा सत्र के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब सिर्फ और सिर्फ तेजस्वी यादव ही देंगे।