पेपर लीक माफिया हनुमान ने खोले राज, एसओजी को बताया कैसे करता था डील

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जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक केस के गिरफ्तार किए गए हनुमान मीणा ने जांच एजेंसी एसओजी की पूछताछ में चौंकाने वाला बड़ा खुलासा किया है. हनुमान ने एसओजी को बताया कि वह 5 साल में 13 विभागों की भर्तियों में डमी अभ्यर्थी बिठा चुका है. वह 3 से 7 लाख रुपये लेकर अब तक 100 से ज्यादा लोगों को नौकरी लगवा चुका है. उसने टोंक और सवाईमाधोपुर में अपनी गैंग बना रखी थी. उसके सभी डमी अभ्यर्थी पाली, जालोर और जोधपुर के रहने वाले हैं. डमी अभ्यर्थी बिठाकर पास कराए गए कई लोग आज भी नौकरी कर रहे हैं. वह अपने परिवार और परिचितों के 27 लोगों की भी नौकरी लगवा चुका है. टोंक जिले का रहने वाला हनुमान मीणा हाल ही SOG की गिरफ्त में आया था.

राजस्थान की अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टीम और गेगल थाना पुलिस ने नकबजनी की वारदात करने वाली अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में गैंग के सरगना चित्तौड़गढ़ निवासी ईश्वर सहित 7 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके पास लाख 222000 के सोने के जेवर, 6 किलो 550 ग्राम चांदी के जेवर और अन्य सामान जब्त किया गया है. श्रीगंगानगर की जीवनदायिनी गंग कैनाल से 2500 क्यूसेक पानी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ जिले में किसानों की ओर से चक्का जाम किया जाएगा.

अजमेर पुलिस ने अंतरराज्यीय गैंग से बदमाशों की दो गाड़िया भी बरामद कर जब्त की है. इस मामले में चोरी का माल खरीदने वाले भीलवाड़ा के सुनार को भी पुलिस ने दबोच लिया गया है. ये सभी बदमाश 53 वारदातों में शामिल रहे हैं. मामले का खुलासा करते हुए अजमेर ग्रामीण एडिशनल एसपी दीपक कुमार ने बताया कि 23 जून को कायड़ रोड़ निवासी शनीफ मोहम्मद चोरी की वारदात की शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की.

जांच में सामने आया कि इलाके में अंतरराज्यीय गैंग क्षेत्र में सक्रिय है. पुलिस ने इस मामले में चित्तौड़गढ़ निवासी गैंगस्टर का ईश्वर के साथ ही उसके उसकी गैंग के राम सिंह, मिश्रीलाल, मनोज, गणपत लाल, प्रेमचंद और गोपाल को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ के सामने आया कि ये सब चोरी का माल भीलवाड़ा निवासी मुकेश कुमार को बेचते थे. इस पर पुलिस ने मुकेश को भी गिरफ्तार कर लिया है.