राजस्थान में मरीजों को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, जानिए सरकार ने क्या लिया है फैसला

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जयपुर. राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और चिकित्सा तंत्र को पूरी तरह ऑनलाइन करने के लिए इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम 2.0 लागू किया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि आमजन को सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि से यह एक महत्वाकांक्षी एवं विजनरी प्रोजेक्ट है। शुभ्रा सिंह बुधवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम 2.0 विकसित करने के संबंध में समीक्षा कर रही थी। शुभ्रा सिंह ने कहा कि यह एक अत्याधुनिक हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम होगा, जिससे प्रदेश के चिकित्सा तंत्र में सकारात्मक क्रांतिकारी बदलाव आएगा।आमजन, चिकित्सकों एवं प्रशासन तीनों के लिए ही यह बेहद लाभकारी होगा और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर आने वाली चुनौतियों को दूर करेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि प्रदेश के चिकित्सा तंत्र को मजबूत बनाने वाले इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द तैयार किया जाए. इसके लिए संबंधित विभाग एवं एजेंसियां पूर्ण समन्वय के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी।

मरीजों को होगी आसानी : बैठक में बताया गया कि इस सिस्टम के तहत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड, डिजी हेल्थ लॉकर, मरीजों को कतारों से मुक्ति, यूनीफाइड डिजिटल सर्वे, केपीआई आधारित डैशबोर्ड, स्वास्थ्य संबंधी लाइसेंस एवं एनओसी आदि के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, टेली आईसीयू, जीओ टेगिंग आधारित चिकित्सालय का मैप जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे ज्यादातर स्वास्थ्य सेवाएं ऑनलाइन होंगी और मरीजों को उपचार लेने में आसानी होगी।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्त इकबाल खान के निर्देश पर बुधवार को जयपुर शहर में विभिन्न प्रतिष्ठानों पर खाद्य सुरक्षा दलों ने निरीक्षण कर कार्रवाई की। अतिरिक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण पंकज ओझा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग जयपुर प्रथम व ​​द्वितीय की सयुंक्त टीम ने विशेष अभियान के अन्तर्गत जयपुर शहर के रामगंज बाजार में कई होटल व प्रतिष्ठान पर कार्रवाई की।