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चंडीगढ़: हरियाणा में 4 दिनों से चल रहे सियासी ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 15 मई को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। अब इस बैठक पर पूरे प्रदेश की निगाहें लग गई हैं। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं तो ऐसे में बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दे रखे जा सकते हैं। शुक्रवार को हरियाणा के मुख्य सचिव की तरफ से इस बैठक के आयोजन को लेकर सूचना जारी कर दी गई। माना जा रहा है इस बैठक में विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान किया जा सकता है। जिसमें नायब सैनी भाजपा सरकार बहुमत हासिल करेगी।
3 माह के लिए सरकार नहीं बनाएगी कांग्रेस : हुड्डा
आज कांग्रेस विधायक दल की तरफ से शुक्रवार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर उनसे जल्द हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई है। कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद और चीफ व्हिप भारत भूषण बतरा ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने पहुंचे। लेकिन राज्यपाल के तेलंगाना दौरे पर होने की वजह से उनके सचिव को ज्ञापन सौंपा है। पत्र में हुड्डा का कहना है कि सवाल हमारा सरकार बनाने का नहीं है, सरकार के लिए 3 महीने का वक्त बचा है तो ऐसे में हम विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अल्मपत में है तो ऐसे में सरकार विधायकों की परेड करवाकर संख्या बल साबित करे जबकि 45 विधायक सरकार के खिलाफ हैं।
वहीं, कांग्रेस नेता आफताब अहमद और बी.बी. बतरा ने ज्ञापन सौंपने के बाद चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि ज्ञापन में मांग है कि राज्यपाल द्वारा इस अल्पमत की सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो विधानसभा सत्र बुलाया जाए और सरकार बहुमत साबित करने के निर्देश दिए जाएं। बतरा ने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि 6 महीने से वोट ऑफ कांफिडैंस प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता जबकि संविधान में ऐसा कहीं नहीं लिखा हुआ। राजनीतिक परिस्थितियां व विधायकों की संख्या में परिवर्तन पर यह किसी भी समय लाया जा सकता है इसलिए जरूरी है कि भाजपा सरकार विधानसभा में बहुमत साबित करे।