महाराष्ट्र भाजपा के कई नेता एक समीक्षा बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए हैं। वहीं इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ बैठक भी की है। हालांकि इस बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई है, ये स्पष्ट नहीं हो सका है। सूत्रों के मुताबिक ये बैठक लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन पार्टियों के खराब बैठक को लेकर केंद्रित थी।
देर तक फडणवीस के साथ सीएम की बैठक
भाजपा सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ अपने अधिकारिक आवास वर्षा में बैठक की है। वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बैठक से जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कुछ देर तक के लिए जारी रही।
देवेंद्र फडणवीस ने की थी इस्तीफे की पेशकश
भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के राज्य स्तरीय नेताओं को लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर एक समीक्षा बैठक के लिए बुलाया है। जानकारी के मुताबिक भाजपा राज्य स्तर के पार्टी नेताओं के साथ इस तरह की बैठक अक्सर करती रहती है। बता दें कि हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा के खराब प्रदर्शन को लेकर भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
इस साल अक्टूबर में होगा विधानसभा चुनाव
इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि वो राज्य विधानसभा चुनाव तक पार्टी के लिए पूर्णकालिक काम करना चाहते हैं। दिल्ली की बैठक में इस पर भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को महाराष्ट्र भाजपा इकाई का प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को इसका सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
लोकसभा में महायुति का रहा खराब प्रदर्शन
वहीं महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों के नतीजों की बात करें, तो सत्ताधारी महायुति के दल भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने 48 सीटों में मात्र 17 सीटें ही जीत सकी थी। इसमें भाजपा ने नौ, शिवसेना ने सात और एनसीपी ने सिर्फ एक सीट जीती है। वहीं विपक्ष गठबंधन महा विकास अघाड़ी जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरज पवार की एनसीपी-एसपी ने 48 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी।
भतीजे रोहित पवार के दावे से चाचा अजीत की बढ़ी टेंशन
राकांपा (शरदचंद्र पवार) नेता रोहित पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ राकांपा के 18 से 19 विधायक राज्य विधानसभा के आगामी मानसून सत्र के बाद उनके पाले में आ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राकांपा के कई विधायक हैं, जिन्होंने जुलाई 2023 में पार्टी में हुए विभाजन के बाद कभी भी पार्टी के संस्थापक शरद पवार और अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ गलत बात नहीं की।
हमारे संपर्क में राकांपा के 18 से 19 विधायक: रोहित पवार
राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के पोते ने कहा कि लेकिन उन्हें विधानसभा सत्र में भाग लेना है और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विकास निधि प्राप्त करनी है। इसलिए, वे सत्र समाप्त होने तक प्रतीक्षा करेंगे। राकांपा के 18 से 19 विधायक हमारे और शरद पवार के संपर्क में हैं। वे मानसून सत्र के बाद उनके पक्ष में आ जाएंगे।
एनसीपी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 54 सीटें जीती थीं
अविभाजित राकांपा ने 2019 के चुनावों में 54 विधानसभा सीटें जीती थीं। जुलाई 2023 में जब पार्टी विभाजित हुई, तो अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट ने लगभग 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था।
महाराष्ट्र में अक्टूबर में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
साल 2023 के जुलाई महीने में जब एनसीपी के एक गुट को लेकर अजीत पवार अलग हो गए थे तो उन्हें 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। बता दें कि विधानमंडल का मानसून सत्र 27 जून से शुरू होगा और 12 जुलाई को समाप्त होगा। राज्य में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह आखिरी सत्र होगा।