अभी-अभीः 2-3 दिन से खबरों में नहीं थे राकेश टिकैत, रच दिया ऐसा सांग, मीडिया वाले हैरान

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नई दिल्ली। यूपी गेट पर बीते 11 माह से किसानों का आंदोलन चल रहा है। बृहस्पतिवार को दोपहर अचानक से यहां अफरातफरी मच गई। तमाम मीडिया हाउसों का जमावड़ा लग गया। इस तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि यूपी गेट से किसान अपना टेंट उखाड़ रहे हैं और अब बार्डर खाली हो जाएगा। कुछ ही देर में ये अफवाह वायरल हो गई। मीडिया हाउस के साथ-साथ किसान संगठनों से जुड़े लोग ये जानने को उत्सुक हो गए कि क्या सचमुच यूपी गेट से किसानों का टेंट उखड़ने लगा है। हर कोई एक दूसरे से ये चीजें जानने को इच्छुक नजर आने लगा, फोन की घंटियां घनघनाने लगी, सभी यह जानना चाह रहे थे कि यूपी गेट पर आखिर हो क्या रहा है।

दूसरी ओर यूपी गेट पर बढ़ी हलचल के बाद दिल्ली पुलिस की भी सक्रियता बढ़ गई। बेरिकेड के दूसरी ओर खड़ी दिल्ली पुलिस के जवान अपने हाथों में मोबाइल लिए वीडियो बनाते रहे। कुछ देर तक काफी गहमागहमी रही उसके बाद सब शांत हो गया। कुछ ही देर में यूपी गेट पर तमाम मीडिया हाउसों का जमावड़ा हो गया, राकेश टिकैत से बेरिकेड हटाए जाने का सवाल पूछा जाने लगा। राकेश टिकैत बोलते रहे बैरिकेडिंग पुलिस ने लगा रखी है। पुलिस हटा ले. पुलिस हटा लेगी तो ट्रैफिक निकल जाएगा। हमारा लगा नहीं हैै। गाड़ी निकल सकती है। पुलिस ने रोक रखा है, हम ये दिखाना चाह रहे है कि किसने रोक रखा है। सुप्रीम कोर्ट में भी हमने यही कहा था।

सच्चाई तो ये है कि यूपी गेट पर जहां मीडिया को बैठने के लिए टेंट लगाया गया था, उसी के कुछ हिस्से को हटा दिया गया और उसके पीछे लगी बेरिकेड को दिखाया जाता रहा। मीडिया से बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी गेट पर हमने अपने हिस्से का बेरिकेट हटा दिया है, अब यदि दिल्ली पुलिस हटा ले तो ट्रैफिक निकल जाएगा। इस सवाल पर कि दिल्ली पुलिस ने इसे किसानों के चलते बंद किया है? तब टिकैत बोले कि सड़क चलने के लिए है, किसी को इस पर चलने से रोकने के लिए नहीं। उन्होंने फिर दोहराया कि हमने नहीं रोक रखा है, यहां से ट्रैफिक को गुजरने से सरकार ने रोक रखा है। जब उनसे पूछा गया कि यदि दिल्ली की तरफ से रास्ता खोल दिया जाए तो आप लोग कहां जाएगें? के सवाल पर उन्होंने इसका साफ जवाब नहीं दिया, बोले सड़क पर जाएंगे मगर कहां के सवाल पर फिर चुप्पी साध गए।