लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ने पर एक रिपोर्ट हाईकमान को भेजी गई है. इससे जुड़ी एक्सक्लूसिव जानकारी सामने आई है. दावा किया जा रहा है कि जिन विधायकों ने कथित भीतरघात करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
सूत्रों के अनुसार भीतरघात करने वाले बीजेपी विधायक भी नेतृत्व के रडार पर हैं. आगामी विधानसभा चुनावों में करीब 100 बीजेपी विधायकों के टिकट कटने के आसार हैं. जातीय समीकरण पक्ष में होने के बावजूद कई विधायक अपनी ही सीट नहीं जिता पाए. हार की समीक्षा कर रही बीजेपी की स्पेशल टीम ने प्रदेश नेतृत्व को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी.
साल 2022 में बीजेपी ने लगभग 80 विधायकों के टिकट काटे थे.रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र की विधायकों ने लोकसभा कैंडिडेट के खिलाफ माहौल बनाया.
कई विधानसभाओं में विधायकों की निष्क्रियता से भी पार्टी को नुकसान हुआ. ऐसे विधायको का पार्टी ने पूरा ब्योरा तैयार कर लिया है. सहयोगी दलों ने भी विधायकों की भूमिका को लेकर अपनी रिपोर्ट दी है. दावा है कि साल 2027 के चुनाव में इन बातों को ध्यान में रखकर ही पार्टी टिकट वितरण करेगी.
यूपी में भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 33 सीटें मिली हैं. वहीं सपा और कांग्रेस अलायंस को 43 सीटें मिली हैं. बीजेपी को राज्य से 70 से ज्यादा सीटों की उम्मीद थी. हाालंकि उसे सिर्फ 33 सीटें मिलीं थीं.