चेले को पसंद आईं गुरु की बातें…, सैम पित्रोदा की फिर नियुक्ति

The disciple liked the words of the Guru…, Sam Pitroda was reappointed
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान विवादित टिप्पणियों के कारण ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाए गए सैम पित्रोदा की फिर उसी पद पर बहाली को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर तंज किया है।

राहुल गांधी के गुरु हैं सैम पित्रोदा- भाजपा
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सैम पित्रोदा राहुल गांधी के गुरु हैं। चुनाव के दौरान की गई टिप्पणियों से कांग्रेस अहसज थी, इसलिए जनता को भ्रमित करने के लिए पित्रोदा को पद से हटाया। अब उन्हें फिर से अध्यक्ष बनाते हुए जो नियुक्ति पत्र जारी किया है, वह कांग्रेस का सहमति पत्र है। इसका संदेश साफ है कि चेले (राहुल गांधी) को गुरु (सैम पित्रोदा) की बातें पसंद आईं, इसलिए उन्हें फिर नियुक्ति दे दी गई है।

भाजपा प्रवक्ता ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के विदेशी दौरों का सारा प्रबंध सैम पित्रोदा ही देखते हैं। वह राहुल के राजनीतिक गुरु हैं, जिन्हें वह अंकल सैम भी कहते हैं।

पूनावाला याद दिलाया सैम पित्रोदा का पुराना बयान
उन्होंने याद दिलाया कि सैम पित्रोदा ने बयान दिया था कि दक्षिण भारतीय अफ्रीकी, पूर्वोत्तर के चीनी, पश्चिम के अरबी और उत्तर भारत के लोग व्हाइट हैं। संपत्ति के बंटवारे का बयान दिया। उससे पहले 1984 के सिख नरसंहार पर कहा था कि जो हुआ, सो हुआ।

राम मंदिर पर दिया था विवादित बयान
पुलवामा और 26/11 के आतंकी हमले के विषय पर कहा था कि आठ-दस लोग यदि आकर हमला कर दें तो क्या पूरा पाकिस्तान का दोष है? भगवान राम और राम मंदिर को भारत के आइडिया के विरुद्ध बताया। इसी तरह डा. भीमराव आंबेडकर का अपमान करते हुए कहा था कि संविधान बनाने में उनकी नहीं, बल्कि जवाहर लाल नेहरू की ही भूमिका थी।

जनता को किया गया भ्रमितः भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जनता को भ्रमित करने के लिए कांग्रेस ने पित्रोदा को ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया। अब राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनते ही सबसे पहले पित्रोदा की ही नियुक्ति की गई है, क्योंकि राहुल को सलाहकार की जरूरत होगी। उनकी नियुक्ति का संदेश है कि कांग्रेस सैम पित्रोदा द्वारा दिए गए प्रत्येक बयान से सहमति रखती है।

पूनावाला ने कांग्रेस से पूछे कई सवाल
पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने इस नियुक्ति को सही भी ठहराया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि सैम पित्रोदा को इसलिए लिया गया है, क्योंकि उन्होंने समझा दिया है कि उनके बयान अलग संदर्भ में थे और उनकी व्याख्या अलग तरीके से की गई। जयराम बताएं कि किस संदर्भ में भारतीयों को विदेशी बताया जा सकता है?

तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के सीएम सिद्दरमैया और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन बताएं कि क्या वह दक्षिण के लोगों को अफ्रीकी मानते हैं? सांसद इमरान मसूद ने भी कहा है कि पित्रोदा डिजिटल क्रांति के प्रणेता हैं, वही पूर्व सांसद उदित राज ने कहा है कि सैम पित्रोदा की बात सही थी, लेकिन समय गलत था।