विधायक मेवाराम जैन के अश्लील वीडियो का खुल गया असली ’राज’, जानिए पूरी सच्चाई

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जयपुर: इंटरनेट पर इन दिनों कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन काफी सर्च किए जा रहे हैं। पिछले दिनों जैसे ही दो अश्लील वीडियो सामने आए। उसके बाद से हर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जैन के चर्चे हैं। कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तो अश्लील वीडियो के कुछ हिस्से वायरल कर दिए गए। कई सोशल मीडिया यूजर्स अपने पेज पर खुलेआम ऐलान किया गया कि जो भी उन्हें फोलो करेगा, उसे जैन के कथित अश्लील वीडियो भेजे जाएंगे। कई यूजर्स ने तो इस बहाने अपने फॉलोअर्स की संख्या भी काफी बढ़ा ली है। दरअसल ये अश्लील वीडियो 5 साल पुराने हैं।

विधानसभा चुनाव से पहले वायरल हुए स्क्रीन शॉट
अश्लील वीडियो की कहानी दरअसल पांच साल पुरानी है लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कुछ स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इन स्क्रीनशॉट्स में मेवाराम जैन का चेहरा नजर आ रहा था। उन दिनों मेवाराम जैन ने कहा कि राजनैतिक विरोधी उनका राजनैतिक भविष्य बर्बाद करने के लिए कथित अश्लील वीडियो के स्क्रीनशॉट्स वायरल कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले को झूठा और फर्जी करार दिया था।

पांच साल पुराने हैं ये वायरल वीडियो
नवंबर 2022 में बाड़मेर के कोतवाली थाने में रामस्वरूप आचार्य ने मुकदमा दर्ज कराया था। रामस्वरूप द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया कि करीब पांच साल पहले जोधपुर निवासी एक महिला से उसकी मुलाकात हुई। महिला उसे अपने घर ले गई जहां एक 22-23 वर्षीय युवती भी थी, जिसे महिला ने अपनी सहेली बताया। रामस्वरूप का आरोप है कि महिला और उसकी सहेली ने नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी। उसके बाद उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। महिला द्वारा छुपकर उसका अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है। उस वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करके हुए 1 करोड़ रुपए मांगे जा रहे हैं।

1 करोड़ मांगे, 50 लाख में सौदा हो गया
पीड़ित रामस्वरूप के मुताबिक शैलेंद्र अरोड़ा नाम का एक व्यक्ति उससे मिलने आया। उसने अपने मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाई और कहा कि 1 करोड़ रुपए नहीं दिए तो इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा। साथ ही दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज देंगे। पीड़ित के मुताबिक वह काफी डर गया। बाद में 50 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। रामस्वरूप का दावा है कि उसने शैलेंद्र अरोड़ा और उन महिलाओं को जोधपुर में प्रवीण कुमार और सुरतान सिंह की मौजूदगी में 50 लाख रुपए दे दिए। उस दौरान उन्होंने वीडियो नष्ट करने की बात कही थी।

राजीनामे के बाद फिर शुरू हुई ब्लैकमेलिंग
एक बार राजीनामा होने के कुछ महीनों बाद फिर से ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो गया। दयाल नाम के व्यक्ति ने रामस्वरूप से 5 करोड़ रुपए मांगे। वरना अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसी मामले में कांग्रेस नेता मेवाराम जैन का नाम भी सामने आया। हालांकि किसी पुलिस अधिकारी या पीड़ित ने मेवाराम जैन का नाम नहीं लिया लेकिन प्रदेश में यह चर्चाएं हो गई कि कांग्रेस के एक बड़े नेता के अश्लील वीडियो बन चुके हैं और जल्द ही वे बेनकाब होने वाले हैं। कहा जा रहा है कि रामस्वरूप के ब्लैकमेल करने वाले गिरोह ने ही मेवाराम को ब्लैकमेल करने की काम भी किया। हालांकि रामस्वरूप द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट पर बाड़मेर कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था।

अब निकला अश्लील सेक्सकांड का जिन्न
अश्लील सेक्सकांड का जिन्न अब सीडी से बाहर आ गया है। भले ही इसे झूठा करार दिया जा रहा हो लेकिन वायरल वीडियो में काफी कुछ साफ साफ दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन वीडियो को बनाने के पीछे क्या मकसद रहा होगा। खैर जो भी हो, मामला अब पुलिस जांच में है। राजीव गांधी नगर थाने में दर्ज मामले की जांच जारी है। फिलहाल मेवाराम जैन की गिरफ्तारी पर रोक लगी हुई है। मेवाराम जैन की याचिका पर 25 जनवरी को राजस्थान हाईकोर्ट में फिर से सुनवाई होने वाली है।