बिहार में पुल धंसने का सिलसिला जारी, किशनगंज में बूंद नदी पर बने पुल का पाया धंसा

The series of bridge collapses continues in Bihar, the foundation of the bridge built on the Bund river in Kishanganj collapsed
The series of bridge collapses continues in Bihar, the foundation of the bridge built on the Bund river in Kishanganj collapsed
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किशनगंजः बिहार में किशनगंज जिले में एक और पुल का पाया धंसा गया। एनएच- 327ई पिपरीथान से बंगाल सीमा पर राजमार्ग को जोड़ने वाली सड़क पर पथरिया पंचायत के खोसीडांगी गांव के निकट बूंद नदी पर 30 मीटर लंबे और 10 मीटर चौड़े पुल का एक स्पेन करीब दो फीट तक धंस गया। नदी के तेज बहाव के कारण अब इस पुल पर भी खतरा मंडराने लगा है।

पुल का पाया धंसने के बाद भारी वाहनों के आवागमन पर रोक

ठाकुरगंज की अंचल अधिकारी सुचिता कुमारी ने बताया कि रविवार को ग्रामीणों से पुल पुल का पाया धंसने की जानकारी मिली है। आरडब्ल्यूडी विभाग के सहायक अभियंता से बात की गई है। फिलहाल पुल होकर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया गया है। सोमवार से पुल पर बैरिकेडिंग लगाकर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।

2010-11 में पुल का हुआ था निर्माण

2010-11 में 50 लाख की लागत से इस पुल का निर्माण हुआ था। पुल धंसने से तीन पंचायत की 40 से 45 हजार आबादी प्रभावित हुई है। प्रभारी सहायक अभियंता सह कनीय अभियंता आलोक भूषण ने बताया कि पिलर धंसने की रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। क्षतिग्रस्त पुल की जगह करोड़ों की लागत से एचएल ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा।

ओवरलोड वाहनों के गुजरने से पुल हुआ कमजोर

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग से एनएच 327ई फोरलेन सड़क निर्माण कार्य के लिए प्रतिदिन 100 से अधिक बालू लदे ओवरलोड वाहन गुजरते हैं, जिससे पुल कमजोर हो गया और धंस गया। वहीं पुल के निकट खनन माफिया अवैध रूप से बालू का खनन करते हैं, जबकि इस मार्ग से बालू लदे ओवरलोड वाहनों की आवाजाही को बंद करने को लेकर जिला प्रशासन को लिखित रूप से कई बार अवगत भी कराया गया, लेकिन किसी भी स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।