इस देश को नहीं मिल रहे कर्मचारी, 4 लाख नौकरियां खाली, अब भारतीयों को दिया ऑफर

This country is not getting employees, 4 lakh jobs are vacant, now offer is given to Indians
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नई दिल्ली : क्या आप एक स्किल्ड वर्कर हैं और आपको जॉब नहीं मिल रही है? आपके लिए एक बेहतरीन मौका है। एक विकसित देश चार लाख स्किल्ड वर्कर्स की तलाश कर रहा है। यह देश है जर्मनी। जर्मनी में उम्रदराज आबादी काफी अधिक है। इस कारण यह 4 लाख कुशल कर्मचारियों की भारी कमी का सामना कर रहा है। ऐसे में यह देश अपनी महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत की ओर देख रहा है। एक राजनयिक ने मंगलवार को यह बात कही है। मुंबई में जर्मनी के महावाणिज्यदूत अचिम फैबिग ने कहा कि उनके देश को वहां उपलब्ध नौकरियों के लिए नर्सेज, इलेक्ट्रीशियन और सोलर यूटिलिटी टेक्नीशियन जैसे स्किल्ड कर्मचारियों की आवश्यकता है।

जर्मनी का एक तिहाई निवेश आता है महाराष्ट्र में
एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, सोमवार देर रात महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस के साथ बैठक के दौरान फैबिग ने यह बात कही। फैबिग ने कहा कि भारत में जर्मनी का एक तिहाई निवेश महाराष्ट्र में आता है, जहां उनके देश की 800 कंपनियों में से 300 कंपनियां काम कर रही हैं।

भारत के युवा कार्यबल पर नजर

फैबिग ने कहा कि मुंबई में राजनयिक प्रतिनिधि के रूप में उनका ध्यान भारत में उपलब्ध बड़ी संख्या में युवा कार्यबल पर है। इसके माध्यम से जर्मनी की स्किल्ड वर्कर्स की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है। इससे दोनों देशों को फायदा होगा। फैबिग ने कहा कि करीब 35,000 भारतीय छात्र जर्मनी में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही बड़ी संख्या में तकनीकी विशेषज्ञ वहां आईटी पेशेवरों के रूप में काम कर रहे हैं।

दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी आबादी है जर्मनी
फैबिग ने कहा कि मुंबई में जर्मन वाणिज्य दूतावास का वीजा सेक्शन दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है और जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा बनने के लिए दो कदम चढ़ जाएगा। फैबिग ने कहा कि भले ही भारत के संबंध लंबे समय से हैं, लेकिन दोनों देशों के लोगों को आधुनिक संदर्भ में एक-दूसरे के देश को समझने की जरूरत है। एक अत्यधिक विकसित अर्थव्यवस्था, जर्मनी की आबादी लगभग 8.25 करोड़ या महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों का लगभग दो-तिहाई है। यह भारत की 28 वर्ष की औसत सीमा की तुलना में 48 वर्ष की औसत आयु के साथ दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी आबादी है।

राज्यपाल ने कही यह बात
दूत ने बैस को बताया कि जर्मन फुटबॉल क्लब, बार्यन म्यूनिख भारत में फुटबॉल प्रशिक्षण शिविर और टूर्नामेंट आयोजित करने के इच्छुक हैं। खास तौर से मुफस्सिल क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने के लिए। राज्यपाल ने फैबिग का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि महाराष्ट्र ने विभिन्न व्यवसायों के लिए कुशल जनशक्ति का एक बड़ा पूल तैयार करने के लिए कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है, जो न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए काम करेगा।