छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश सड़कें बनी नदियां, घरों में घुसा पानी; आज भी बरसेंगे बादल

Torrential rains in Chhattisgarh turned roads into rivers, water entered houses; It will rain even today
Torrential rains in Chhattisgarh turned roads into rivers, water entered houses; It will rain even today
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बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून सक्रिय है। प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार की शाम से लेकर देर रात तक मूसलाधार बरसात हुई, जिससे बिलासपुर में बाढ़ के हालात बन गए। लगातार तीन दिनों से हो रही बरसात के बाद मुख्य मार्गों व रिहायशी इलाकों में पानी भर गया और सड़कें भी लबालब हो गई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी बिलासपुर सहित कोरबा, रायगढ़, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

इस माह पहली बार जिले में तीन इंच से ज्यादा औसत वर्षा हुई है। यह वर्षा मंगलवार से शुरू हुई है। हालत यह है कि साल का सर्वाधिक बरसात सितंबर में रिकार्ड किया गया है। गुरुवार की सुबह तहसील कार्यालयों में 55.8 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गईं। इतनी वर्षा इस माह अब तक नहीं हुई थी। गुरुवार की शाम शुरू हुई बरसात रुक-रुक कर रात तक होती रही। फिर रात करीब 11 बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश रात डेढ़ बजे तक होती रही, जिससे शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। पुराना बस स्टैंड, श्रीकांत वर्मा मार्ग, विद्यानगर, विनोबा नगर, व्यापार विहार, अज्ञेय नगर, मंगला, तोरवा सहित सरकंडा के बंधवापारा, मोपका सहित कई जगह सड़कें लबालब हो गई और नदियां बहने लगीं।

बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसम
गुरुवार को प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश हुई है। खासकर बिलासपुर संभाग में भारी बारिश हुई है। यहां बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा व रायगढ़ सहित कई जगहों में तेज बारिश हुई है। इधर रायपुर, दुर्ग, बस्तर संभाग और राजनांदगांव में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

1 सितंबर से 14 सितंबर तक बारिश का आंकड़ा मिलीमीटर में

जिला बारिश (मिमी)
बालोद 864.4
बलौदाबाजार 872
बलरामपुर 812
बस्तर 899.9
बेमेतरा 713.5
बीजापुर 1577.2
दंतेवाड़ा 920.2
बिलासपुर 997
धमतरी 863.2
दुर्ग 908.2
कांकेर 950.9
रायगढ़ 970.7
सरगुजा 459.2
रायपुर 1087.6

आज भी हो सकती है बरसात
मौसम विभाग के मुताबिक एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। अगले 24 घंटे में इसके और अधिक प्रबल होकर ओडिसा और छत्तीसगढ़ की ओर अगले तीन दिन में पहुंचने की संभावना है। मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, टीकमगढ़, डाल्टनगंज, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर निम्न दाब के केंद्र तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और उससे लगे उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसके कारण प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी से अतिभारी वर्षा व वज्रपात की चेतावनी दी गई है।

बिलासपुर में इन इलाकों में भरा पानी
शहर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद पुराना बस स्टैंड, श्रीकांत वर्मा मार्ग, मित्र विहार कॉलोनी, अज्ञेय नगर, मगरपारा, मिशन अस्पताल रोड, सरकंडा, बंधवापारा और तोरवा इलाके में पानी भर गया। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी भी हुई और लोग रात भर परेशान होते रहे।

निगम की ड्रेनेज सिस्टम की खुली पोल
नगर निगम ने इस बार बारिश से निपटने के लिए 50 करोड़ रुपए की लागत से जगह-जगह नाली निर्माण कराने का दावा किया है। लेकिन, निर्माण काम की हालत यह है कि बरसात गुजर रहा है और काम अभी तक अधूरा है। जिसके कारण कई क्षेत्र जलमग्न हो गया। सरकंडा सहित कई जगहों पर नाली का पानी लोगों के घरों में भर गया।